Thursday, April 21, 2011

भारतीयों पर अमेरिका में अमानवीय जुल्म


भारतीयों पर अमेरिका में अमानवीय जुल्म
 

वॉशिंगटन (रणधीर सिंह) 
अमेरिका 
में संघीय अधिकारियों ने ऐलबामा स्थित एक समुद्रीसेवा कंपनी के खिलाफ अपने 500 भारतीय कर्मचारियों के साथअमानवीय व्यवहार करने का मुकदमा दायर किया है। इनकर्मचारियों को घटिया आवास और घटिया भोजन लेने के लिएमजबूर किया गया। अमेरिकी समान रोजगार अवसर आयोग ने सिग्नल इंटरनैशनल केखिलाफ मुकदमा दायर किया है और कहा है कि इन भारतीयकामगारों को घटिया और स्वास्थ्य के लिहाज से नुकसानदेहआवास दिया गया। उन्हें नीचा दिखाने के लिए नंबर के हिसाब सेबुलाया जाता था न कि उनके नाम से। इस कंपनी के खिलाफबाहर के देशों से आए कामगारों की तरफ से कई और मुकदमे लंबित हैं। आयोग के मुकदमे में कंपनी पर आरोप लगाया गया है कि भारत के कामगारों को लालच देकर उन्हें जबरनपासकागौला मिसिसिपी और ऑरेंज टेक्सस में काम कराया गया। सिग्नल कंपनी के मिसिसिपी टेक्सस और ऐलबामा जहाज कारखाने हैं। यह कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए ठेके लेती है।आयोग ने कहा कि साल 2004 से 2006 के बीच सैकड़ों भारतीयों ने सिग्नल के भर्तीकर्ताओं को 20,000 डॉलर तक कीराशि देकर यात्रा वीजा और नौकरी हासिल की थी। कंपनी ने उन्हें अच्छी नौकरी ग्रीन कार्ड और अमेरिका में स्थायीनिवास दिलाने का वादा किया था। इनमें से कई भारतीयों ने अपना घरबार बेचकर और ऊंची ब्याज दर पर लोन लेकरयह धन जुटाया था। इन लोगों ने साल 2006 के अंतिम दिनों और 2007 की शुरुआत में पाया कि उन्हें ग्रीन कार्ड की बजाय 10 महीने कामेहमान कामगार वीजा दिया गया है। सिग्नल ने इन भारतीय कामगारों को अलग थलग पड़े लेबर कैंपों में रहने के लिएमजबूर किया। एक एक ट्रेलर में 24 कामगारों को ठूंस दिया गया। उनके लिए सिर्फ दो टायलेट थे। इतना ही नहीं हरेककामगार से इस रिहाइश के लिए 1050 डॉलर प्रति माह वसूले गए।

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