कलमाड़ी गिरफ्तार , कांग्रेस ने किया निलम्बित 

नई दिल्ली (अनिल लाम्बा) राष्ट्रमंडल खेल (सीडब्ल्यूजी) आयोजन समिति के पूर्व अध्यक्ष सुरेश कलमाडी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने खेल से जुड़े ठेकों के आवंटन में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में लम्बी पूछताछ के बाद सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। उनके दो अन्य सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया।  इस बीच, कांग्रेस ने कलमाडी की गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही उन्हें पार्टी से निलम्बित कर दिया। कांग्रेस महासचिव जर्नादन द्विवेदी ने बताया कि पार्टी की अनुशासन समिति ने कलमाडी को निलम्बित कर दिया है। कलमाडी भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष का पद भी खो सकते हैं। केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन ने कहा कि आईओए का अध्यक्ष देशभर का प्रतिनिधित्व करता है और जिस व्यक्ति पर आरोप-पत्र दाखिल किया गया हो, वह इस पर बने नहीं रह सकते।  उन्होंने कहा, "हम आईओए से नए अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए कहेंगे, क्योंकि कलमाडी जैसा व्यक्ति इस पद पर नहीं रह सकता। हम आईओए के महासचिव को जल्द ही चुनाव कराने के लिए कहेंगे।" विपक्षी दलों भाजपा और माकपा ने कलमाडी की गिरफ्तारी को स्वागतयोग्य, पर देर से उठाया गया कदम बताया। कांग्रेस ने ऐसे आरोपों से इंकार किया और कहा कि केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने कानून को अपना काम करने दिया। सीबीआई की प्रवक्ता धरनी मिश्रा ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि कलमाडी को स्विट्जरलैंड की कम्पनी से 'टाइमिंग, स्कोरिंग और रिजल्ट (टीएसआर)' उपकरण ऊंची कीमत पर खरीदने के लिए गिरफ्तार किया गया है, जिसके कारण सरकार को 141 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि खेलों के ठेके पूर्व निर्धारित तरीकों से अलग आपूर्तिकर्ताओं के बीच प्रतिस्पर्धा के बगैर दिए गए। पिछले साल अक्टूबर में हुए राष्ट्रमंडल खेल के आयोजन में जनता के पैसों के दुरुपयोग के सम्बंध में सोमवार को कलमाडी से चौथी बार पूछताछ की गई थी। मिश्रा ने बताया कि कलमाडी को मंगलवार को पटियाला हाऊस स्थित विशेष अदालत में पेश किया जाएगा, ताकि उन्हें आगे की पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में लिया जा सके। सीबीआई ने सोमवार को कलमाडी के दो अन्य सहयोगियों- सुजीत लाल और ए. एस. वी. प्रसाद- को भी गिरफ्तार किया। लाल आयोजन समिति में उप-महानिदेशक (सरकारी खरीद) और प्रसाद संयुक्त महानिदेशक (खेल) रह चुके हैं। इसके साथ ही राष्ट्रमंडल खेल घोटाले के सम्बंध में गिरफ्तार होने वाले आयोजन समिति के सदस्यों की संख्या 13 हो गई है। कलमाडी के सहयोगी ललित भनोट और वी. के. वर्मा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। भनोट आयोजन समिति के महासचिव रह चुके हैं, जबकि वर्मा इसके महानिदेशक थे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कलमाडी की गिरफ्तारी का स्वागत किया है, हालांकि उसने इसे देर से उठाया गया कदम बताया। पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा, "वह (कलमाडी) इस बड़े घोटाले के एक हिस्सामात्र हैं। सीबीआई को उन सबके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जो इस बड़े आयोजन में शामिल थे।" पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और इस लूट में शामिल वरिष्ठ नौकरशाहों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त की। बृंदा करात ने कहा, "उन्होंने इसमें शामिल बड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की?" कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि कलमाडी की गिरफ्तारी देर से नहीं हुई। बकौल तिवारी, "संप्रग सरकार ने (भ्रष्टाचार के मामलों में) कानून को अपना काम करने दिया। यह मामले की संवेदनशीलता को लेकर भजपा से सीधे विपरीत रुख को दर्शाता है।" शीला दीक्षित ने अपने खिलाफ होने वाले हमलों पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की। उनकी सरकार को खेल से जुड़ी आधारभूत संरचनाओं के विकास की जिम्मेदारी दी गई थी।
 
 
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