Monday, February 6, 2012

30 किलोमीटर लम्बी मानव श्रृंखला बनाकर आम लोगों को बेटी बचाओ का सामाजिक संदेश दिया।

 विजय कम्बोज करनाल 
लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए गत कई महीनों से जारी जागरूकता मुहिम को लेकर करनाल जिला में आज एक और इतिहास रचा गया। इसके तहत स्थानीय राम नगर क्षेत्र से लेकर प्रेम नगर, हांसी रोड, रेलवे रोड, कमेटी चौंक, बस स्टैंड रोड, अम्बेडकर चौंक, सामान्य अस्पताल, कुंजपुरा रोड, आईटीआई सेक्टर 9, सेक्टर 8 तथा सेक्टर 7 से गुजर कर सेक्टर 6 स्थित टेगोर माडल स्कूल तक, स्कूल व कालेज के करीब 50 हजार विद्यार्थियों ने 30 किलोमीटर लम्बी मानव श्रृंखला बनाकर आम लोगों को बेटी बचाओ का सामाजिक संदेश दिया। उपायुक्त श्रीमती नीलम प्रदीप कासनी, पुलिस अधीक्षक राकेश आर्य, अतिरिक्त उपायुक्त एम.के.पांडुरंग, सिविल सर्जन डाक्टर शिव कुमार, सीटीएम सुशील मलिक व तहसीलदार हरिओम अत्री ने एक खुली जीप में सवार होकर, मानव श्रृंखला में शामिल विद्यार्थियों, स्वयं सेवी संस्थाओं, नागरिकों, महिलाओं व आम जन का अभिवादन स्वीकार  कर उनमें उत्साह भरने के साथ-साथ उनके प्रति आभार व्यक्त किया। समूचा शहर आज एक उत्सव का रूप लिए हुए था। जमीन के साथ-साथ आकाश से भी नागरिक उडड्यन क्लब के जहाज द्वारा ऐतिहासिक मानव श्रृंखला के चित्र लिए गए।  यह दूसरा मौका था जब करनाल शहर में किसी विशेष मुददे को लेकर इतनी बड़ी मानव श्रृंखला बनाई गई। इससे पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति की एस्ट्रोनोट व करनाल निवासी कल्पना चावला की स्मृति में एक मानव श्रृंखला बनाई गई थी।  आज की मानव श्रृंखला में शहर की तमाम सामाजिक व स्वयंसेवी संस्थाओं ने बढ़-चढकर सहभागिता दिखाई। जिसके परिणाम स्वरूप  मानव श्रृंखला का सफल आयोजन संभव हो पाया। इनमें सामाजिक संस्था निफा, जेसीआई, आईएमए, निमा, जन-कल्याण युवा मंच, प्रतिमा रक्षा सम्मान समिति, स्वतंत्रता सेनानी उतराधिकारी संगठन, सिटीजन ग्रीवैंसिज कमेटी, करनाल व्यापार मंडल, विभिन्न नागरिक कल्याण एसोसिएशन, सीनियर सिटीजन मंच, ज्योति प्रकाश संगठन, मानव सेवा संघ, ज्योति प्रकाश संगठन, अमरनाथ सेवा मंडल, दिव्य योग मंदिर सेक्टर 7 तथा रोटरी क्लब इत्यादि प्रमुख रूप से शामिल थे। करीब 30 किलोमीटर लम्बी श्रृंखला में करनाल की करीब 2 दर्जन शिक्षण संस्थाओं के 50 हजार से भी अधिक बच्चों ने बड़े उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी विद्यार्थी बेटी बचाओ, कन्याभ्रूण हत्या न करो, बेटी को मरवाओगे तो बहु कहां से लाओगे, बेटी बचाओ देश बचाओ, सेव गर्ल चाईल्ड जैसे स्लोगन   को जोर-जोर से उच्चारित कर रहे थे। कई जगहों पर महिला और पुरूष अपने घरों से निकलकर मानव श्रृंखला की शोभा बढ़ा रहे थे। रूट पर कई जगह लोगों ने उपायुक्त के वाहन को रोककर उनका फूल मालाओं से स्वागत किया और कन्या बचाओ की सामाजिक मुहिम को लेकर इसके पक्ष में अपने विचारों को उजागर किया | उपायुक्त ने मानव श्रृंखला के प्रारम्भिक स्थल रामनगर में एकत्रित जनसमूह को सम्बोधित किया और फिर समापन पर टैगोर पब्लिक स्कूल में इस सामाजिक मुददे पर अपने उदगार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि आज की 6 तारीख को न केवल करनाल शहर बल्कि  कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस तरह की मानव श्रृंखलाए आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि इसका प्रमुख मकसद लोगों में चेतना लाकर लिंगानुपात में सुधार लाकर उसे बराबर करना है। उपायुक्त का कहना था कि पिछले कई वर्षो से समाज में लड़कियों की संख्या घट रही है जो कि एक चेतावनी दे रही है कि यदि इसी तरह से होता रहा तो भविष्य में इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि सृष्टि का आधार स्त्री व पुरूष दोनो है एक की कमी से असंतुलन पैदा हो जाता है और समाज विकृत हो जाता है जब किसी समाज की नींव कमजोर होगी तो वह स्वस्थ व मजबूत नहीं हो सकता। इसी सोच को लेकर करीब 6 महीने पहले जिला में बेटी बचाओं की जो मुहिम शुरू की गई थी उसके सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी मुहिम व आंदोलन किसी एक व्यक्ति से या कानून के जोर पर सफल नहीं होता बल्कि तब सफलता मिलती है जब सभी उसमें जुड जाए। इसके लिए उन्होंने मुक्त कंठ से करनाल शहर के लोगों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुहिम का आज केवल एक पड़ाव है या एक कदम और आगे बढ गए है लेकिन इसका अंत नहीं है, यह तब समाप्त होगी जब एक हजार लडको के पीछे लड़कियों की संख्या एक हजार हो जायेगी। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ की मुहिम को लेकर हर महीने की 6 तारीख को करनाल जिला के सभी लोगों द्वारा जो संकल्प लिया जाता है उस तरह का वायदा आज की श्रृखंला के माध्यम से लोगों ने अपनी उपस्थिति दिखाकर मुक्त रूप से भी जाहिर कर दिया है और इस तरह से यह संकल्प सीमित न रहकर वृहद हो गया है। उन्होंने अपने भाषण में स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के नाम लेकर स्कूल व कालेजों के विद्यार्थियों के साथ-साथ मीडिया की भी सराहना की। जिला पुलिस अधीक्षक राकेश आर्य ने भी इस अवसर पर अपने उदगार व्यक्त करते हुए आज शहर के सभी लोगो को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह मुहिम कुछ महीने पहले जिला प्रशासन की ओर से शुरू की गई थी जो आम आदमी के जहन से जुड़ गई है। उन्होंने कहा कि आज के प्रदर्शन को देखकर किसी गर्व से कम की बात नहीं है। इसे देखकर लगता है कि सब मिलकर इस सामाजिक बुराई को जड़ से उखाड फैकेंगे। उन्होंने मानव श्रृंखला में शामिल बच्चों के उत्साह को अति सुन्दर शब्दों में सराहा और कहा कि यह केवल हयूमन चेन नहीं थी बल्कि विशाल स्तर पर किया गया फे स्टिवल था। सिविल सर्जन डाक्टर शिवकुमार, निफा के प्रधान प्रीतपाल पन्नू व टैगोर पब्लिक स्कूल के प्राचार्य राजन लाम्बा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। राम नगर में पूर्व पार्षद ऊषा तुल्ली व सतीश कुमार सागर ने भी अपने विचार व्यक्त किए।  दोनों जगहों पर पूर्व पार्षद भगवान दास अग्गी के अतिरिक्त विजय शर्मा, अनुपमा चानना, चन्द्रभान चुघ, रमेश छाबड़ा, सूरज प्रकाश अग्गी, कुलजिन्द्र मोहन सिंह बाठ, रूप नारायण चानना, जेआर कालडा, कृष्ण तनेजा, नरेन्द्र अरोडा, स्वामी प्रेममूर्ति, संदीप लाठर, कृष्ण गर्ग, पूर्व पार्षद नीना सिंह, जतिन्द्र राणा, नाहर सिंह कटारिया, पंकज गाबा, राजीव शर्मा, वरूण आर्य, पी.आर.नाथ, डाक्टर एस.पी.दीक्षित, जयबीर मान, अमरनाथ नरवाल, स्टेट अवार्ड विनर अनिता वर्मा काछवा इत्यादि समाज सेवी उपस्थित थे। 


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