Sunday, January 11, 2015

ए.डी.सी. जातिवाद की घटिया व औछी राजनीति पर उतरे : महादेव गिरी

करनाल 10 जनवरी (अनिल लाम्बा ): समाधि बाबा भगवान गिरि चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन बाबा महादेव गिरि ने करनाल व्यापार मंडल की ओर से कुछ लोगों ने जो ब्यान जारी किया है। वह ए.डी.सी. करनाल द्वारा प्रायोजित है। कुछ रोज पहले ऐसा ही एक ब्यान ए.डी.सी. करनाल ने अपना व्यक्तिगत प्रैस-नोट जारी करके दिया था। इस ब्यान से साफ जाहिर होता है कि ए.डी.सी. जातिवाद की घटिया व औछी राजनीति पर उतर आए हैं। ब्यान जारी करने वाले उनके निजीसम्पर्क के व्यक्ति हैं। यह ब्यान सरकार विरोधी है और एस.आई.टी. द्वारा जारी जांच को प्रभावित करने के लिए दिलवाया गया है। लगता है कि ए.डी.सी. को सरकारी जांच पर भरोसा नहीं है। सरकार ने इस भूमि आबंटन घोटाले की जांच के लिए पहले से एक एस.आई.टी., डी.एस.पी. इन्द्री की अध्यक्षता में गठित की हुई है। इसी एस.आई.टी. की जांच के आधार पर ही करनाल एस.एस.पी. अभिषेक गर्ग ने घोटाले के संबंध में दर्ज एफ..आई.आर. पर, हाईकोर्ट को सौंप दी गई, स्टेटस रिपोर्ट में ए.डी.सी. करनाल का नाम घोटाले में गिरफतार किए जाने योग्य मुजरिम के तौर पर अन्य सिद्ध दोषी अधिकारियों के साथ दे रखा है। अफसोस है कि इस भेंट पार्टी में भाजपा के स्थानीय नेता भी शामिल हो गए हैं जिन्हें लगता है कि अपनी ही सरकार की एस.आई.टी. की निष्पक्ष जांच पर भरोसा नहीं है और वह जांच से पहले ही ए.डी.सी. करनाल को क्लीन चिट देने पर उतारू हो गए हैं। यह उनकी व्यक्तिगत चापलूसी की प्रकाष्ठा के सिवाए और कुछ नहीं है। इस बारे हरियाणा सरकार द्वारा ही हाईकोर्ट को स्टेटस रिपोर्ट के जरिए सूचना दी जा चुकी है। बेहतर होगा कि व्यापारी घोटालों के मामले में अफसरों की वकालत करने की बजाए शहर में दुकानों और शोरूमों पर हो रही चोरी, डकैती की वारदातों के मुद्दों को लेकर व्यापारियों की पैरवी करे। ना कि भ्रष्टाचार के आरोपों से संलिप्त अफसरों की चापलूसी।

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