Monday, February 20, 2012

वार्ता फेल, ट्रेन जाम जाट आरक्षण की सुलग रही है आग

वार्ता फेल, ट्रेन जाम
जाट आरक्षण की सुलग रही है आग


हांसी/भिवानी/रेवाड़ी/कोसली/आदमपुर/बवानीखेड़ा (अनिल लाम्बा) : रामायण रेलवे ट्रैक पर बैठे जाट नेताओं ने सरकार को फिर से 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। आज यहां पॉवर ग्रिड में जिला प्रशासान के साथ हुई बैठक में बातचीत पूरी तरह विफल रही। बैठक में पहले 11 सदस्यीय जाट सदस्यों की कोर कमेटी के साथ बातचीत करने के लिए हिसार के एसडीएम अमरदीप जैन तथा कांगे्रस नेता धर्मवीर गोयत पहुंचे लेकिन जाट नेताओं ने उनसे यह कहते हुए बातचीत आगे बढ़ाने से इंकार कर दिया कि ये उनके स्तर का मामला नहीं है। इसके बाद जिला उपायुक्त एसपी के साथ पॉवर ग्रिड पहुंचे। जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष धर्मपाल छोत समेत कोर कमेटी के साथ हुई बैठक भी बेनतीजा रही। जिला प्रशासन ने जाटों की मांगों को मानने में खुद को असहाय करार दिया। उपायुक्त ने जाट नेताओं से कहा कि वे मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से बातचीत कर कोई रास्ता निकालेंगे। इसके बाद जाट नेता एक के बाद एक बारी बारी से बैठक से उठ कर बाहर आ गए। बाद में पत्रकारों से छोत ने कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा। जाट संघर्ष समिति किसी भी आंदोलन से पीछे नहीं हटेगी। किसी भी तरह की शांति भंग होने की गुंजाइश को देखते हुए वार्ता के दौरान पुलिस का व्यापक प्रबंध किया गया था। महिला पुलिस को भी मौके पर तैनात किया गया था। सीआईडी से जुड़े लोग वार्ता स्थल के आसपास मंडराते रहे। भिवानी रेल मार्ग पर रविवार को हिसार के समीप मैयड स्टेशन के पास जाट आरक्षण की मांग को लेकर कुछ लोगो द्वारा पटरी पर जाम लगा दिए जाने के कारण शांय फाजिल्का-रेवाडी के बीच चलने वाली सवारी गाडी को रेल विभाग द्वारा मैयड स्टेशन पर ही रद्द कर दिया गया। जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पडा। पटरियों पर जाम की सूचना के बाद रेवाडी-हिसार सवारी गाडी को भी भिवानी रोक दिया गया। अन्य गाडियां भी हिसार तक ही पहुॅच पाई। रेल विभाग ने इस सैक्षन पर फिलहाल रेल परिचालन को स्थगित कर दिया है। मैयड स्टेशन के समीप व्यवधान के कारण सोमवार को भी भङ्क्षटडा से कोई भी गाडी रेवाडी नही पहुंच पाई और न ही रेवाडी से कोई गाडी भिवानी से आगे बढ पाई। आज केवल मथुरा-भिवानी आर.एच. सवारी गाडी को भिवानी से रेवाडी तक तथा जयपुर-हिसार सवारी गाडी को भी भिवानी तक चलाया गया। कोसली स्टेशन से प्राप्त सूचना के अनुसार जब-तक आरक्षण आंदोलनकारी पटरियों से नही हटते रेल गाडियो का परिचालन आगामी सूचना तक रेवाडी-भिवानी के मध्य ही रहेगा। उत्तर-पश्चिम रेवाड़ी रेलवे प्रशासन भिवानी जिले में जाटो के आरक्षण की मांग को लेकर ऐतिहात बरतते हुए सतर्क हो गया है। इसी कड़ी में आज रेलवे स्टेशन पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। यहां तक कि भिवानी की ओर जाने वाली सिर्फ 2 ट्रेनों को छोड़कर ओर किसी भी टे्रन को संचालित नहीं किया गया है। स्टेशन अधीक्षक श्रीगोपाल भाटी ने बताया कि सवारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन की ओर से हिसार की ओर जाने वाली सभी गाडिय़ों को रद्द कर दिया गया है। आज केवल मथुरा-भिवानी आर.एच. सवारी गाड़ी को भिवानी से रेवाड़ी तक तथा जयपुर-हिसार सवारी गाड़ी को भी भिवानी तक चलाया गया। जब-तक आरक्षण आंदोलनकारी पटरियों से नही हटते रेल गाडिय़ो का परिचालन आगामी सूचना तक रेवाड़ी-भिवानी के मध्य ही रहेगा। बाकि टे्रने यथावत अपने रूट पर चलती रहेगी। उन्होने बताया कि रेवाड़ी शहर में इस प्रकार की अभी तक कोई घटना नहीं हुई है, जिस पर अन्य ट्रेनों पर कोई असर पड़े।उल्लेखनीय है कि भिवानी रेल मार्ग पर रविवार को हिसार के समीप मैयड स्टेशन के पास जाट आरक्षण की मांग को लेकर कुछ लोगो द्वारा पटरी पर जाम लगा दिए जाने के कारण सांय फाजिल्का-रेवाड़ी के बीच चलने वाली सवारी गाड़ी को रेल विभाग द्वारा मैयड स्टेशन पर ही रद्द कर दिया गया, जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पटरियों पर जाम की सूचना के बाद रेवाड़ी-हिसार सवारी गाड़ी को भी भिवानी रोक दिया गया। अन्य गाडिय़ां भी हिसार तक ही पहुंच पाई। रेल विभाग ने इस सैक्शन पर फिलहाल रेल परिचालन को स्थगित कर दिया है। मैयड स्टेशन के समीप व्यवधान के कारण सोमवार को भी भटिंडा से कोई भी गाड़ी रेवाड़ी नही पहुंच पाई और न ही रेवाड़ी से कोई गाड़ी भिवानी से आगे बढ़ पाई। स्टेशन पर हिसार, हांसी, सिरसा, फतेहाबाद, भटिंडा व पंजाब की ओर जाने वाले यात्री पूछताछ के लिए भटकते नजर आए। रेवाड़ी से उपरोक्त गंतव्यों को जाने के लिए सीधी बस सेवा भी पूरी तरह से उपलब्ध नहीं है। यात्रियों का कहना है कि रेवाड़ी से पंजाब की ओर जाने वाली कुछ बसों का यहां से सीधा संचालन हो जाए तो यात्रियों को भारी राहत मिल सकती है। रविवार देर सांय जाटों ने आरक्षण की मांग को लेकर मायड में रेलवे ट्रक जाम कर दिया। जिसके चलते रविवार सांय से रेवाडी भटिंडा रेवले ट्रक पर भिवानी से मयड तक बिल्कूल सन्नाटा पसरा रहा। कस्बा बवानी खेडा के रेलवे स्टेशन पर सोमवार को सन्नाटा पसरा रहा। रविवार रात्रि को एक भी ट्रेन नही आयी जिसके चलते कर्मचारियों ने पूरी मस्ती कीँ रेलवे स्टेशन के अधीन सब आने वाले फाटकों पर भी कर्मचारी चादरतान कर सोऐ। हालांकि दिन भर सैंकडों लोग रेलगाडी के चलने के बारे में पूछने आते रहे। इस कारण सोमवार को यात्रियो को परेशानी का सामना करना पडा। दिन भर रेलवे स्टेशन पर सूचना पाप्त करने के लिए फोन धनधनाते रहे। जाट समाज द्वारा आरक्षण की मांग तथा आरक्षण आंदोलन के दौरान समाज के व्यक्तियों पर दर्ज मुकद्दमे वापस लेने की मांग को लेकर शुरू किए गए आंदोलन से रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई है। जिसके चलते आज रात्रि एवं दिन भर लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। रोजाना की तरह दैनिक यात्री, छोटे दुकानदार एवं मुकाम जाने वाले यात्री भारी संख्या में सुबह ही रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए थे एवं जब उन्हें पता चला कि आंदोलन के चलते हिसार भिवानी के बीच रेल मार्ग बंद कर दिया गया है। जिसके चलते उनके पांव से जमीन खीसक गई एवं उन्हें बसों व अन्य साधनों द्वारा गंतव्य संस्थानों पर पहुंचना पड़ा। हालांकि हिसार सिरसा के बीच रेलवे ने रेल चलाने की पूरी कोशिश की। जिसके चलते सिरसा की तरफ से आने वाली गाडिय़ा हिसार स्टेशन से ही वापस सिरसा की तरफ भेज दी गई तथा सिरसा खड़ी गाडिय़ा हिसार तक भेजी गई। जिससे यात्रियों को राहत मिली लेकिन दिल्ली जाने वाली किसान एक्सप्रेस एवं हरियाणा एक्सप्रेस रात को ही हिसार नहीं पहुंच पाई। जिसके चलते भिवानी, दिल्ली, रोहतक भटिण्डा जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी एवं रेलवे स्टेशन सुनसान दिखाई दिए। लोगों का कहना है कि जाट समाज के लोगों को रेल रोकने की बजाए शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन धरना देकर अपना रोष व्यक्त करना चाहिए ताकि आम गरीब जनता को परेशानी न होने पाये।
रेलवे ने की 14 गाडिय़ां रद्द
भिवानी (अनिल लाम्बा) : जाट समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर गांव मैययड में रेलवे ट्रैक जाम होने से सोमवार को भिवानी जंक्शन से गुजरने वाली 14 रेलगाडिय़ा रेलवे ने रद्द कर दी हैं। रेलगाडिय़ां रद्द होने से जहां यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है, वहीं रेलवे विभाग को भी लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। भिवानी से हिसार जाने वाली बसों का रूट बदलकर उन्हें भिवानी से वाया तोशाम होते हुए हांसी तक भेजा जा रहा है। भिवानी की स्टेशन मास्टर कामिनी चौहान ने बताया कि रविवार सायं से ही भिवानी-रेवाड़ी-भटिन्डा रूटों पर आवागमन बन्द है। कुल 14 गाडिय़ा इसके चलते इस रूट से नहीं भेजी जा रही व अकेले 30 से 40 लाख रूपये सवारी गाडियों पर घाटा रेलवे को हो रहा है। ढुलाई गाडियों को मिलाकर यह घाटा करोड़ो रूपये पहुंच गया है। इसके लिए बाया रोहतक-जीन्द से होकर भटिण्डा रूट का विकल्प तैयार किया गया है। रेलगाडियां रद्द होने के चलते यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मजबूरीवश यात्रियों को बसों या निजी वाहनों में सफर करना पड़ रहा है। रेलवे विभाग द्वारा जो गाडिय़ा रद्द की गई हैं,उनमें मुख्यत किसान एक्सप्रैस, रेवाड़ी-भटिंडा व अन्य रेल गाडिय़ां शामिल हैं। परिवहन विभाग ने यात्रियों की सुविधा के लिए हिसार जाने वाली बसों को वाया तोशाम से हांसी तक भेजने का निर्णय लिया है। यात्रियों ने बताया कि वे बीती रात से ही इस रूट पर फंसे हुए है तथा अपनी यात्रा को पुरा नहीं कर पर रहे है। वही भिवानी दिल्ली रूट पर यात्रा में फिलहाल कोई बाधा नहीं है।

करनाल समाचार एक नज़र में


                            करनाल समाचार एक नज़र में                           
हर-हर महादेव के नारों से गुंजा शहर 
सांसद अरविंद शर्मा और समाजसेवी कृष्ण गर्ग ने अलग-अलग शोभा यात्रा में लिया हिस्सा 
करनाल (अनिल लाम्बा) : महाशिवरात्रि के पर्व पर आज पूरा शहर हर-हर महादेव के नारों से गूंज पड़ा। भोले के भक्त शहर की सड़कों पर झूमते दिखे। शहर में कई जगहों पर भव्य शोभा यात्रा भी निकाली गई। एक मंदिर की शोभा यात्रा में सांसद अरविंद शर्मा ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की तो एक शोभा यात्रा में समाजसेवी कृष्ण गर्ग मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने पहुंचे। सांसद अरविंद शर्मा और समाजसेवी कृष्ण गर्ग खुली जीप पर शहर के लोगों को अभिनंदन करते रहे और महाशिवरात्रि की मुबारकबाद देते नजर आएं। खुली जीप में सवार समाजसेवी कृष्ण गर्ग ने भी लोगों को महाशिवरात्रि पर्व की मुबारकबाद दी। भव्य शोभा यात्रा का नजारा देखने लायक था। बैंड बाजों और सुंदर सुंदर झांकियों से सुसज्जित शोभा यात्रा लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। शोभा यात्रा में सभी वर्गों के गणमान्य लोगों ने शिरकत की। पीले वस्त्र धारण किये महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में शोभा यात्रा में हिस्सा लिया। सिर पर कलश उठाएं महिलाओं ने शोभा यात्रा की रौनक को बढ़ा दिया। 
भांग की खुमारी छाई लोगों पर...
करनाल (अनिल लाम्बा) : महाशिवरात्रि का पर्व हो और शहर में भांग के पकौड़े और कच्ची लस्सी न हो तो ऐसा तो हो ही नहीं सकता। कई जगहों पर शिव भक्तों ने जम कर भांग घोटी और भांग के पकौड़ों का प्रसाद ग्रहण किया। आज बाजार में भी भांग के पकौड़ों की खूब बिक्री हुई। हांसी रोड और सदर बाजार के कुछ इलाकों में तो कई रेहड़ी वालों ने विशेष तौर पर भांग के पकौड़े  लगा रखे थे और लोग बड़ी संख्या में पकौड़े  खा रहे थे। भांग के पकौड़ों और लस्सी का सेवन करने वाले कई लोग अपनी ही मस्ती में दिखे। 

एक्टिवा सवार युवती को कार ने मारी टक्कर 
करनाल (अनिल लाम्बा) : सिविल लाइन पुलिस ने एक्टिवा सवार युवती को टक्कर मारने के आरोप में एक कार चालक के खिलाफ कोताही से वाहन चलाने और वाहन को क्षतिग्रस्त करने का प्रकरण दर्ज किया है। आरोपी की पहचान हो गई है। सैक्टर 13 के मकान नंबर 1765 में रहने वाली रिचा कुमारी ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि कार चालक नवीन कुमार ने सेक्टर 13 में पॉवर हाऊस कार्यालय के पास उसकी एक्टिवा को टक्कर मार दी। इससे उसकी एक्टिवा क्षतिग्रस्त हो गई और वह चोटिल हो गई। पुलिस ने नवीन कुमार पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
खुलेआम शराब पीते एक काबू 
करनाल (अनिल लाम्बा) : सदर पुलिस ने सार्वजनिक तौर पर शराब पीने के आरोप में मोहदीनपुर के रविंद्र चौहान के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 
सट्टाखाईवाली के आरोप में पकड़ा 
करनाल (अनिल लाम्बा) : तरावड़ी पुलिस ने जुआ अधिनियम के तहत वार्ड नंबर 15 में रहने वाले अमरङ्क्षसह को काबू किया है। अमरसिंह के पास से पुलिस ने 540 रुपए की नकदी भी बरामद की है। आरोप है कि अमरसिंह सौंकड़ा पुलिया पर सट्टा खाईवाली कर रहा था। 
पिस्तौल और तमंचे के साथ युवक काबू
करनाल (अनिल लाम्बा) : घरौंडा पुलिस ने करनाल के जोरिया कुंआ ऐरिया में रहने वाले एक शख्स के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 315 बोर का तमंचा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है। आरोपी की पहचान जोरिया कुंआ निवासी सुनील कुमार के रूप में हुई है सुनील को सीआईए टू पुलिस में तैनात मुख्य सिपाही सुभाष चंद्र ने अराईपुरा के पास से काबू किया है। 
गौ तस्करों ने पुलिस पार्टी पर चढ़ाया ट्रक
सैयद छपरा के पास गौ तस्करों और पुलिस के बीच हुआ आमना-सामना
पुलिस ने हिम्मत दिखा कर गौ तस्करों को किया काबू 
करनाल (अनिल लाम्बा) : रात को सैयद छपरा के पास गौ तस्करों और पुलिस पार्टी के बीच आमना-सामना हो गया। पुलिस की टीम ने जब गौ तस्करों को रोकने की कोशिश की तो गौ तस्करों ने पुलिस पार्टी पर ट्रक चढ़ा दिया।गनीमत रही कि पुलिस कर्मी एक तरफ कूद गए और उनकी जान बच गई। इ इसके बाद गौ तस्कर पशुओं से भरे ट्रक को रफ्तार दे दी। लेकिन पुलिस के जवानों ने भी हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने अपने वाहनों से ट्रक का पीछा किया और आखिर गौ तस्करों को दबोच लिया। पुलिस ने गौ तस्करों के कब्जे से 8 गौय और 7 बैल मुक्त कराएं हैं। गौ तस्करों ने इन पशुओं को ठूंस-ठूंस कर गॉड़ी में भर रखा था और यूपी की तरफ ले जाने की फिराक में थे। पुलिस ने इस मामले में नयाबाद निवासी ईसलाम, इकराम, असजाद को काबू कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गौ तस्करी के अलावा हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस गौ तस्करो के कनेक्शन का पता लगाने की भी कोशिश में जुटी है। 
डीजल चोरी के स्कैंडल का पर्दाफाश
पानीपत रिफाइनरी से सप्लाई होने वाला डीजल रास्ते से ही हो जाता है चोरी 
करनाल (अनिल लाम्बा) : घरौंडा पुलिस ने डीजल चोरी के एक बड़े  स्केंडल का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने चार ड्रमों में भरी 6240 लीटर डीजल की खेप भी बरामद की है। एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है जबकि तीन आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिशों में जुटी है। बताया जाता है कि पानीपत रिफाईनरी से सप्लाई होने वाले डीजल में से बड़ी खेप ठिकाने पर पहुंचने से पहले ही रास्ते में चोरी कर ली जाती थी। डीजल टैंकरों के चालकों से मिलीभगत कर शेखपुरा निवासी बजिंद्रङ्क्षसह, पानीपत निवासी संजय कादियान, विक्की नेपाली और राजेश उपली ड्राईवरों से सांठ-गांठ कर डीजल चोरी करते थे और फिर उसे बाजार में ऊंची कीमतों पर बेच देते थे। पुलिस ने इनमें से बजिंद्र को काबू कर लिया है जबकि संजय कादियान, विक्की नेपाली, राजेश उपली अभी पुलिस की गिरफ्त से फरार है। बाकी तीन लोगों के हत्थे चढऩे के बाद बड़े  मामले के खुलासे की संभावना है। 

बृज शर्मा ने किया सिटी कालेज का उदघाटन आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को सहयोग करेगा सिटी कालेज


बृज शर्मा ने किया सिटी कालेज का उदघाटन
आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को सहयोग करेगा सिटी कालेज
करनाल (अनिल लाम्बा) : बस स्टेंड के पीछे महिला आश्रम  के समीप नव निर्मित सिटी कालेज का इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव बृज शर्मा ने रिबन काटकर उदघाटन किया। बृज शर्मा ने कालेज के संचालक और स्टाफ को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि कालेज शिक्षा के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करेगा। विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान की जाएगी ताकि आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करके समाज के उत्थान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। कालेज के संचालक  रोशनलाल मुदगिल ने इस अवसर पर कहा कि कालेज आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों, जोकि शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल हैं, उनकी शिक्षा में आर्थिक सहयोग करेगा। बृज शर्मा ने जिलावासियों को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई दी। उन्होंने कहा कि भगवान शिव शंकर की पूजा अर्चना से इंसान का जीवन सुखों से भर जाता है और उसके जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयों से उसे मुक्ति मिलती है। इस अवसर पर बृज शर्मा के साथ नरेश राणा, मेहर सिंह रोड़, वेद शर्मा, अनिल बिंदल, सुरेश नरवाल, मोहित शर्मा व मनप्रीत सिंह मौजूद थे।

Sunday, February 19, 2012

किसानों क़ी आवाज़ को विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाएंगे : चौटाला

किसानों क़ी आवाज़ को विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाएंगे : चौटाला 
सोनीपत, (अनिल लाम्बा) :  इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की अर्थ व्यवस्था कृषि पर टिकी हुई है, लेकिन केन्द्र व राज्य सरकार भूमि का अधिग्रहण कर किसानों को भूमिहीन करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में कृषि व कृषि योग्य भूमि को बचाने के लिए किसान धरने पर बैठा है, लेकिन आज तक इन किसानों से न तो प्रदेश की सरकार ने और न ही केंद्र सरकार ने यह पूछने तक की जहमत उठाई है कि उन्हें क्या परेशानी है। भूमि बचाओ संघर्ष समिति एवं किसान मजदूर तालमेल कमेटी हरियाणा के बैनर तले पिछले एक वर्ष से चल रहे किसानों के धरने का एक वर्ष पूरा होने पर आयोजित किए गए किसान महासम्मेलन में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसान अपने संघर्ष को जारी रखे और धरने पर डटे रहे। जब वे सत्ता में आऐंगे तो किसानों को उनकी अधिग्रहीत भूमि चाहे उस पर इमारतें खड़ी हो जाए या फिर उन पर उद्योग धंधे स्थापित हो जाए,हर हाल में वापस दिलाई जाएगी। इसके साथ ही सत्ता में आने पर ऐसा कानून पास किया जाएगा कि किसान अपनी जमीन का सर्वेसर्वा होगा। फिर चाहे व अपनी जमीन पर बुआई करे या फिर खुद ही प्लाट काट कर उन्हें बेचे। कोई भी किसान की जमीन का अधिग्रहण न कर पाए, लेकिन किसानों को इसके लिए एकजुटता दिखानी पड़ेगी।उन्होंने किसानों को अपना समर्थन देते हुए कहा कि वे एक किसान होते हुए किसानों के साथ है और किसानों के हक की आवाज को विधानसभा सत्र में भी जोर-शोर से उठाएंगे। किसान महा सम्मेलन की अध्यक्षता किसान मजदूर तालमेल कमेटी हरियाणा अध्यक्ष महावीर सिंह गुलिया ने की।

A poor boy loved a rich girl.

A poor boy loved a rich girl.

One day the boy proposed her.
Then the girl said, "listen! your
monthly salary is my daily hand
expenses. Should I be involved
with you? How could you thought
that? I will never love you. So,
forget me 'n get engaged with
someone else of your level."
But somehow the boy could not
forget her so easily.

10 years later.

One day they became face to face
in a shopping center. The lady
said, "Hey! you! How are you?
Now I'm married. Do you know
how much is my husband's
salary? Rs. 2 lac per month! Can
you imagine? 'n he is also very
smart."

The guy's eyes got wet with tear
by hearing those words.
After few minutes her husband
came before the lady could say
something to the guy, her
husband started to say by seeing
the guy.

"Sir! You here? Meet my wife."
Then he said to her wife, "I'm
going to assist a project of sir,
which is of Rs. 200 crore. 'n do u
know a fact? Sir loved a girl but he
didn't get her. That's why still he
is unmarried. How much lucky the
girl was. Isn't it? Now a days who
can love like that way?"

Moral: Life is not so short. So,
don't be so proud of yourself and
damn others. ..
Situations change with time. Every
one should respect other's love.

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Saturday, February 18, 2012

जनता मुझको कुर्सी दे दे , मै नेता बन जाऊँगा,

जनता मुझको कुर्सी दे दे , मै नेता बन जाऊँगा,
अपनों को बाँटूंगा दौलत, मै भी धनी हो जाऊँगा!
काम-धाम कुछ नही करूँगा, मौज-मजे और ऐश करूँगा,
एक मुझे तू माईक ला दे, भाषण खूब सुनाऊँगा!
जनता मुझको कुर्सी दे दे , मै नेता बन जाऊँगा,
कलफ लगे कपडे पहनूँगा, कई-कई कारें रखूँगा,
प्लेन का तू टिक़िट दिलवा दे, विदेश सैर कर आऊँगा!
जनता मुझको कुर्सी दे दे , मै नेता बन जाऊँगा,
अतिक्रमण कर घर बनाऊँगा, विदेशों मे खाते खोलूँगा,
एक बार मन्त्री बनवा दे, जीवन भर सुख भोगूँगा!!
जनता मुझको कुर्सी दे दे , मै नेता बन जाऊँगा,

भविष्य को उज्ज्वल बनाना है,भविष्य रूपी बच्चों को बचाना है : सुमिता सिंह

 भविष्य को उज्ज्वल बनाना है,भविष्य रूपी बच्चों को बचाना है : सुमिता सिंह 
करनाल (अनिल लाम्बा) : करनाल की विधायक सुमिता सिहं ने कहा कि यदि हमें अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाना है तो इसके लिये देश के भविष्य रूपी बच्चों को बचाना होगा। पोलियो हमारे बच्चों के लिए नागवार सिद्ध हो रहा है। हमें चाहिए कि बूथों पर जाकर अपने 0 से 5 साल के बच्चों को पोलियो की दवा की दो बूंदे जरूर पिलाएं। वे आज रोटरी क्लब करनाल मिड टाऊन के सौजन्य से स्थानीय अर्जुन गेट स्थित सेवा समिति आश्रम में लगाए गए बूथ पर 0 से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को पोलियो रोधक दवा पिलाकर इस अभियान के शुभारंभ पर बतौर मुख्यातिथि बोल रही थी। उन्होंने कहा कि इस अभियान में हमारा सभी का कर्तव्य है कि हम इसमें बढ़चढ़ कर भाग लें। उन्होंने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर हर बच्चे को यह दवा पिलवाने के लिए नागरिकों को प्रेरित किया। इस अवसर पर इन्टरनेशनल रोटरी क्लब यू.के. के सदस्यों ने भी छोटे बच्चों को पोलियो की दो बूंद पिलाकर इस अभियान के प्रति लोगों को जागरूक किया। इन्टरनेशनल रोटरी क्लब यू.के. की 20 सदस्यीय टीम जिले में लोगों को पोलियो अभियान के प्रति जागरूक करने के लिए आई है। इस टीम के ग्रुप लीडर क्लाईव ब्रेड बैन ने बताया कि पोलियो मनुष्य के जीवन को नरक बना देता है, व्यक्ति की खुशी के लिए जरूरी है इस बीमारी को समूल नष्ट किया जा सके, इसके लिए जरूरी है कि 0 से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को पोलियो रोधक दवा पिलाकर  अभियान को सफल बनाया जाए। इस अभियान में रोटरी द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया इसी कड़ी में करनाल में पिछले तीन सालों से उनकी टीम फरवरी माह में ही लोगों को पोलियो के प्रति जागरूक करने के लिए आती रही है। उन्होंने रोटरी क्लब के सदस्य एवं प्लस पोलियो अभियान के संयोजक सुभाष नारंग के इस कार्य के लिए सराहना की। वही उपायुक्त करनाल श्रीमती नीलम प्रदीप कासनी ने आज प्रभु कृपा मंडल द्वारा सामान्य अस्पताल में लगाए गए बूथ पर बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षण की दवाई पिलाई और कहा कि हमें चाहिए अपने 0 से 5 साल के बच्चों को पोलियो की दवा की दो बूंदे जरूर पिलाएं। उन्होंने लोगों से यह भी कहा कि वे अपने बच्चों के साथ-साथ आस-पास के छोटे बच्चों को भी दवा पिलाने के लिए नजदीकी पोलियो बूथ पर ले जायें ताकि कोई भी बच्चा पोलियो की दवा से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि बच्चे कल के राष्ट्र निर्माता हैं। उनको अच्छा स्वास्थ्य एवं सुरक्षा प्रदान करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने जिले के सभी सामाजिक व धार्मिक संगठनों, गैर राजनैतिक संगठनों तथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अपील की है कि वे पोलियो उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक 0 से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को पोलियो रोधक दवा पिलवाने के लिए प्रेरित करें। इस संदर्भ में करनाल के सिविल सर्जन डाक्टर शिव कुमार ने बताया कि पोलियो अभियान के तहत जिला के सभी गांवों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, र्इंट भटठों इत्यादि स्थानों पर पोलियो बूथ स्थापित कर बच्चों को पोलियो रोधक दवा पिलाने क़ी व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त दूर दराज के क्षेत्र के बच्चों को दवा पिलाने के लिए मोबाईल टीमों का भी गठन किया गया है। उन्होने बताया कि आज जो बच्चे दवा पीने से वंचित जाएंगे उनको पोलियो बचाव की जरूरी खुराक पिलाने के लिए 20 फरवरी  व 21 फरवरी को घर-घर जाकर दवा पिलाने का कार्य भी किया जायेगा ताकि सुरक्षा चक्र टूटने न पाये। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में जिले के करीब दो लाख बच्चों को पोलियो की दो बूंदे पिलाई जायेगी, इसके लिए 801 बूथ बनाए गए हैं। सेवा समिति आश्रम में रोटरी क्लब करनाल मिड टाऊन के सदस्य नूतन नारंग, के.के.गंभीर, गौरव तुल्ली, दीप रंजन शर्मा, अमित गुप्ता, डाक्टर वी.एस.रैना, संदीप गोयल, एस.एन.सिंगला, सिविल सर्जन डाक्टर शिव कुमार, डा.अश्वनी कुमार तथा सामान्य अस्पताल में प्रभु कृपा मंडल के प्रधान बृज बिहारी सिंगला, सुनील मदान, प्रदीप कुमार, डाक्टर दिनेश गोयल, राजीव गुप्ता, प्रकाश चंद बंसल, सतीश गोयल, जयदेव सहित स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।  


राज्यों क़ी पुलिस से उग्रवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान

राज्यों क़ी पुलिस से उग्रवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान 
करनाल (अनिल लाम्बा) : केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने आज कहा कि देश की पुलिस के सामने आतंकवाद एक बढ़ी चुनौती है और सभी राज्यों की पुलिस को चाहिए कि वे अपने अधिकारिता क्षेत्र को एकतरफ रखते हुए आपस में एकजुट होकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर यह समस्या हम सब की सांझी है और हमें इसे मिलकर ही समाप्त करना होगा। श्री सिंह हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में आयोजित उप पुलिस अधीक्षकों,निरीक्षकों और उप निरीक्षकों के दीक्षांत परेड को संबोधित कर रहे थे। इस परेड में बेसिक प्रशिक्षण पूरा करने वाले 23 प्रोबेशनर डीएसपी 18 इंस्पेक्टरों और 157 सब इंस्पेक्टरों ने भाग लिया इनमें 10 डीएसपी 2 इंस्पेक्टर व 14 सब इंस्पेक्टर महिलाएं शामिल थींं। श्री सिंह ने इन युवा पुलिस अधिकारियों का आह्वान किया कि समाज में गरीब व पिछड़े विशेष तौर पर महिलाओं एवं बच्चों को सुनने के लिए हमेशा तत्पर रहें। उन्होंने अधिकारी के रूप में अपने अनुभवों को सांझा करते हुए कहा कि जब हम सर्विस के शुरूआती दौर में जन शिकायतें सुनना प्रारम्भ करते हैं तो हमें शुरू-शुरू में कोई दिक्कत नहीं आती। बार-बार शिकायतें सुनते-सुनते हमारी ऊर्जा और सुनने की क्षमता धीरे-धीरे समाप्त होने लगती है। यदि ऐसा है तो एक पुलिस अधिकारी के लिए ये शुभ संकेत नहीं है, इसलिए जरूरी है कि हम अपने अंदर सुनने की वो क्षमता पैदा करें जिसकी अपेक्षा आम समाज हम से करता है। उन्होंने पुलिस महानिदेशक की मांग पर मधुबन परिसर में खेलों के लिए आधारभूत सरंचना को उन्नत करने के लिए 5 करोड़ रुपये भारत सरकार की ओर से मंजूर किए।इससे पूर्व हरियाणा के पुलिस महानिदेशक रंजीव सिंह दलाल ने समारोह के मुख्य अतिथि श्री आरके सिंह तथा विशिष्ट अतिथि एवं नेशनल पुलिस अकादमी हैदराबाद के निदेशक विकास नारायण राय एवं उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा पुलिस में प्रशिक्षण के दौरान सिपाही से लेकर डीएसपी तक सभी के लिए कम्प्युटर प्रशिक्षण एवं कम्प्युटर से ऑन लाइन परीक्षा अनिवार्य की गई है। इसके अलावा नॉस्कॉम और डीसीएसआई के साथ मिलकर मधुबन अकादमी में प्रशिक्षण के लिए उत्तर भारत की पहली साइबर लैब दो साल पहले आरम्भ की गई थी जिसके बेहतर परिणाम फील्ड में सामने आने लगे हैं। श्री दलाल ने कहा कि हरियाणा पुलिस को कॉस्टेबल आधारित पुलिसिंग की बजाय अधिकारी आधारित पुलिस बनाने के लिए 1500 सब इंस्पेक्टर स्तर के पुलिस अधिकारी नियुक्त कराने का प्रस्ताव हैं जिनमें से 328 पदों के लिए स्वीकृति सरकार से मिल चुकी है।दीक्षांत परेड समारोह में पास हो रहे प्रशिक्षणार्थियों ने शानदार मार्च पास्ट किया तथा मुख्य अतिथि को सलामी दी। यह समारोह प्रोबेशनर डीएसपी बैच संख्या 14 तथा प्रोबेशनर इंस्पेक्टर-सब इंस्पेक्टर बैच संख्या 7 का प्रशिक्षण पूरा होने पर आयोजित किया गया। दोनों बैचों के मार्च पास्ट का नेतृत्व अपने बैच में प्रथम स्थान हासिल करने वाले प्रोबेशनर डीएसपी डा हितेश यादव ने किया और अपने बैच में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली प्रोबेशनर इंस्पेक्टर गरिमा सैकिंड-इन-कमाण्ड रही।प्रोबेशनर डीएसपी बैच में ओवरऑल पहला स्थान पाने वाले डा हितेश यादव फरीदाबाद, ड्रील तथा आऊटडोर प्रशिक्षण में भी प्रथम रहें, जिन्हें इसके लिए एक लेपटॉप कम्प्युटर, एक विडियो कैमरा, एक डिजिटल कैमरा सहित डीजीपी स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान की गई। डीजीपी स्वार्ड ऑफ ऑनर पहली बार दी जा रही है। द्वितीय स्थान पर रहे अजीत सिंह सोनीपत को एक लेपटॉप कम्प्युटर, एक डिजिटल कैमरा, तीसरे स्थान पर रहे जितेंद्र गहलावत मेवात को लेपटॉप कम्प्युटर, इण्डोर प्रशिक्षण में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली श्रीमती पूनम दलाल, पंचकूला को एक लेपटॉप कम्प्युटर तथा प्रशिक्षण के दौरान खेल गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ रहने वाले आदर्शदीप सिंह, भिवानी को वीडियो कैमरा प्रदान किया गया।इसी प्रकार इंस्पेक्टर-सब इंस्पैक्टर बैच में प्रथम स्थान पर रही प्रोबेशनर इंस्पेक्टर गरिमा, रोहतक को लेपटॉप कम्प्युटर, बैच में द्वितीय स्थान प्राप्त करने तथा ड्रील और आऊटडोर में सर्वश्रेष्ठ रहे प्रोबेशनर इंस्पेक्टर विपिन अहलावत, गुडग़ांव को विडियो कैमरा, मोबाईल फोन, डिजिटल कैमरा, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले तथा इण्डोर प्रशिक्षण में प्रथम रहे प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर सत्यवान, फरीदाबाद को विडियो एवं डिजिटल कैमरा तथा खेल गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ रहे प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर वीरभान, हरियाणा सशस्त्र पुलिस, को डिजिटल कैमरा प्रदान किया गया।आज पास हुए पुलिस अधिकारियों में 23 प्रोबेशनर, उप पुलिस अधीक्षक और 18 प्रोबेशनर इंस्पेक्टर ,157 प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टरों ने कर्तव्य निष्ठा और सेवा की शपथ ली। इनमें 10 महिला प्रोबेशनर डीएसपी, 2 महिला प्रोबेशनर इंस्पेक्टर तथा 14 महिला प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर शामिल हैं। प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर गीता व वीरभान की योग प्रस्तुति तथा दीक्षांत परेड समारोह में महिला रैक्रूट बैच की प्रशिक्षणार्थियों ने शानदार सामूहिक पीटी का प्रदर्शन कर सबका मन मोह लिया। अकादमी के निदेशक मोहम्मद अकील ने इस अवसर पर आए मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि सहित समारोह में उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर करनाल की उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी,एडीजीपी अनिल डाबरा, एडीजीपी यशपाल सिंघल, एडीजीपी महेंद्र लाल, एडीजीपी लायक राम डबास, एडीजीपी एमएस मान, एडीजीपी बीएस संधु सहित गणमान्य नागरिक, हरियाणा पुलिस के विभिन्न रेंजों व इकाईयों के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस आयुक्त, पुलिस अधीक्षक, दीक्षांत परेड में भाग ले रहे प्रशिक्षणार्थियों के परिवार के सदस्य भी उपस्थित थे।

सरकार क़ी बेरुखी से किसान तंग : चौटाला

सरकार क़ी बेरुखी से किसान तंग : चौटाला 
रोहतक,(अनिल लाम्बा) : इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला ने मांग की कि किसानों की फसल की विशेष गिरदावरी की जाए तथा किसानों को हजार प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। आज रोहतक स्थित इनेलो कार्यालय में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए इनेलो प्रमुख ने कहा कि सरकार की बेरुखी से किसान तंग आ चुके हैं। ठण्ड व पाले की बजह से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है और उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस मामले में इनेलो  द्वारा 21 फरवरी को पांच जिलों मेवात, रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, भिवानी व गुडगांवा की विशेष गिरदावरी को लेकर तहसील स्तर पर  प्रदर्शन कर ज्ञापन देगी व सरकार को कुम्भकरणी नींद से उठाने का काम करेगी।उन्होंने पत्रकारो से रूबरू होते हुए कहा कि मौजूदा बजट से उन्हें कोई उम्मीद नहीं हैसरकार टैक्स रहित बजट पेश करती है तथा बाद में किसानों व्यापारियों व दुकानदारों पर भारी टैक्स लाद देती है।चौटाला ने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। इनेलो की सरकार के समय यमुनानगर में यमुना नदी के साथ साथ एक्सप्रैस हाइवे बनाने की योजना पास की थी लेकिन प्रदेश सरकार की ढुलमुल नीतियों के चलते योजना ठण्डे बस्ते में डाल दी गई है। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रैस हाइवे के बनने से हरियाणा की हजारों  एकड़ जमीन यमुना नदी में जाने से बच जाती लेकिन सरकार ने एक नई योजना के तहत यमुनानगर से अम्बाला तक एक्सप्रैस हाईवे बनाने की स्कीम तैयार की है  लगता  है पूर्व मंत्री व अम्बाला के विधायक विनोद शर्मा की बेशकीमती जमीन के भाव बढ़ाने के लिए एक्सप्रैस हाईवे का खाका तैयार किया गया है।

शिवरात्रि के उपलक्ष्य में रागिनी कम्पटीशन का आयोजन


शिवरात्रि के उपलक्ष्य में रागिनी कम्पटीशन का आयोजन 
करनाल (अनिल लाम्बा) : सनातन धर्म शिव मंदिर सभा की ओर से शिवरात्रि के उपलक्ष्य में रामलीला ग्राऊंड में शनिवार को रागिनी कम्पटीशन का आयोजन किया गया, जिसमें सुप्रसिद्ध हरियाणवीं गायिका राजबाला चौधरी एवं नरदेव बैनिवाल ने अपनी सुरमयी आवाज से जादू बिखेरा और उपस्थित लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। गायिका राजबाला व बैनिवाल ने रुप कंवर बसंत पर आधारित रागिनी गाकर खूब वाहवाही लूटी। इस अवसर पर दीपा चौधरी ने अजीत सिंह राजबाला पर के बोलों पर 'न सेज सजाई, न घुंघट उठाया  रागिनी प्रस्तुत की। कलाकार गौतम भाटी व निशा भाटी ने हाजी-जवाबी कम्पटीशन के दौरान पूर्ण मल सुन्दरा पर आधारित रागिनी 'झोली डंडा छोड़, बांध ले मोड पर लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। आज के कार्यक्रम के मुख्यातिथि सांसद डा. अरविंद शर्मा के पिता सद्गुरु दास शर्मा थे। कार्यक्रम में सभा की ओर से सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सांसद के पिता ने सहयोग राशि भी भेंट की। मंच का संचालक सांगी सूरज बेदी ने किया। इस अवसर पर सभा के प्रधान बृजभूषण गुप्ता ने उपस्थित लोगों का सभा की ओर से धन्यवाद करते हुए कहा कि लगातार पिछले 35 वर्षों से सभा को करनाल के लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है, जिसके तहत इस प्रकार के कार्यक्रमों कर प्राचीन हरियाणवीं संस्कृति को कायम रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में पिछले 10 दिनों से विभिन्न गाथाओं पर आधारित प्रसिद्ध सांगी सूरज बेदी एंड पार्टी ने लोगों को ज्ञान बांटा, जबकि 20 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य में सभा द्वारा भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर सभा के संरक्षक पं. प्यारे लाल, प्रधान बृजभूषण गुप्ता, उपप्रधान रमेश जिंदल, महेंद्र गुप्ता, कैलाश गुप्ता, वीरेंद्र गोयल, पाला राम पहलवान, विनोद भाटिया, बीबी गुप्ता, मदन मोहन शर्मा, बलजीत सिंह दहिया, राजकुमार गुप्ता, मुनीष शर्मा, देवेंद्र कुमार, राजकुमार वाल्मीकि, सतीश, प्रवीन कुमार कश्यप, कश्मीर सिंह, जयदेव, रविंद्र बंसल, अरुण, राधेश्याम गोयल, कश्मीर सिंह, नीरज गुप्ता, सुरेश शर्मा, कदम सिंह, कृष्ण बंसल, जगदीप सहित सभा के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। 
बदमाशों द्वारा ट्राला लूट क़ी वारदात को अंजाम 
रेवाड़ी (अनिल लाम्बा) : गत दिवस रात्रि को निखरी के पास एनएच-8 पर झिलमिल होटल के सामने बदमाशों द्वारा ट्राला लूट की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था कि अचानक किसी ने पुलिस को सूचना दे दी जिस पर तत्त्परता से कार्यवाही करते हुए पीसीआर-11 पर तैनात पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच। पुलिस को देखकर बदमाश भागने में कामयाब हो गए। बदमाश तब तक ट्राला चालक रामेश्वर निवासी नरेना जिला जयपुर व हैल्पर रामधन निवासी हरसौली से 6500 रूपये नगद, 2 मोबाईल एक पर्स जिसमें 1500 रूपये थे, पिस्तौल की नोंक पर लूट चुके थे। भागते हुए बदमाशों के अहम कागजात व अन्य सामान पुलिस को मिले हैं जिनके आधार पर पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे है। पुलिस का कहना है कि इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा। 
दो कारों क़ी भिडंत में वृद्ध क़ी मौत 
महेंद्रगढ़ (अनिल लाम्बा) : आज सायं लगभग 5 बजे उपमण्डल के गांव सीगड़ा के पास दो कारों की हुई भिड़न्त में जहां एक 75 वर्षीय वृद्ध की मौत हो गई वहीं तीन पुरुष व एक महिला गंभीर रुप से घायल हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद चारों घायलों को आगामी ईलाज के लिए पी.जी.आई रोहतक रैफर कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सायं एक मारुति कार व उसके पीछे आ रही एक शिफ्ट डिजायर कार में गांव सीगड़ा के बस स्टाप के पास टक्कर हो गई। परिणामस्वरूप जहां मारुति में सवार राजेन्द्र पुत्र कांशीराम वासी महेन्द्रगढ़, राजकुमार पुत्र अजीत सिंह वासी सीगड़ा तथा भूपेन्द्र पुत्र राजेन्द्र वासी नारनौल गंभीर रुप से घायल हो गये वहीं कार शिफ्ट डिजायर में सवार गांव कन्हौरी (रेवाड़ी) के वासी मेहरचन्द पुत्र कन्हैयालाल (75) की मौके पर ही मौत हो गई तथा उसकी पुत्रवधु अनिता पत्नी जसवंत (35) गंभीर रूप से घायल हो गई। शिफ्ट डिजायर में सवार अनिता के तीनों बच्चे, उसका पति जसवंत व सास सही सलामत थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों कारें महेन्द्रगढ़ की ओर आ रही थी, गांव के बस स्टाप के पास बने ब्रेकर पर शिफ्ट डिजायर कार के चालक जसवंत का संतुलन बिगड़ गया और उसने आगे जा रही मारुति कार को पीछे से टक्कर मार दी। समाचार लिखे जाने तक पुलिस कागजी कार्रवाई में जुटी हुई थी। 
3 माह पहले लापता पाल्तैक्निकल कॉलेज की एक छात्रा को आखिरकार पुलिस ने ढूंड निकाला 
रेवाड़ी (अनिल लाम्बा) : जिले के गांव खोरी से लगभग 3 माह पहले लापता पाल्तैक्निकल कॉलेज की एक छात्रा को आखिरकार पुलिस ने जयपुर से ढूंढ तो निकाला किंतु इस छात्रा ने अपने प्रेमी ड्राईवर से शादी रचा ली। पुलिस ए.एस.आई. धर्मपाल, हवलदार अरविंद, श्री भगवान व महिला पुलिसकर्मी ज्योति ने इस छात्रा को जयपुर बस अड्डे से बरामद किया। थाना खोल पुलिस द्वारा माननीय लोकेश गुप्ता की अदालत में पेश की गई इस छात्रा ने अपने ब्यानों में बताया कि वह बालिग है तथा अपनी मर्जी से ही अपने प्रेमी के साथ शादी की है। वह मानेसर स्थित पॉलटैक्रिकल कॉलेज की छात्रा है तथा वह प्रतिदिन उपरोक्त ड्राईवर की बस में आती-जाती थी, जिससे उसकी इस इस ड्राईवर से दोस्ती हो गई, जो बाद में प्यार में बदल गई। इसके पश्चात वह 22 नवंबर को अपने इस प्रेमी के साथ जयपुर चली गई। फिर उदयपुर व उसके पश्चात सूरत पहुंच गई। आखिरकार 25 नवंबर को उसने गुजरात के त्रासदि महुआ स्थित एक गायत्री मंदिर में अपने प्रेमी के साथ शादी रचा ली। शादी रचाने के बाद वे गुजरात के कस्बा बारडोली में एक मकान को किराए पर लेकर पति-पत्नी के रूप में रहने लगे। उल्लेखनीय है कि खंड खोल के गांव खोरी निवासी 20 वर्षीय छात्रा सुषमा (काल्पनिक नाम) जो मानेसर स्थित एक पॉलटैक्रिकल कॉलेज में तृतीय वर्ष की छात्रा थी। यह छात्रा रोजमर्रा की तरह एक निजी बस जो झूंझनू से दिल्ली चलती थी के द्वारा कॉलेज आती-जाती थी किंतु 22 नवंबर 2011 को जब वह अपने घर वापिस नहीं लौटी तो परिवार वालों को काफी चिंता हुई। उसके पश्चात काफी जगह इस छात्रा की तलाश करने के बाद भी जब वह नहीं मिली तो उसके पिता ने छात्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसके पश्चात इस छात्रा की परिजनों द्वारा निरंतर खोज की गई तो उन्हें पता चला कि उपरोक्त बस का ड्राईवर बिरेंद्र उर्फ धौलिया जो झूंझनू जिले के कल्लगांव का रहने वाला है, वह छात्रा को बहला-फुसला कर अपहरण करके ले गया है। इसके पश्चात थाना खोल पुलिस ने छात्र के पिता की शिकायत पर उपरोक्त ड्राईवर के खिलाफ 13 दिसंबर 2011 को बहला-फुसलाकर अपहरण कर ले जाने का मामला दर्ज कर लिया। 
आत्महत्या के लिए विवश करने के आरोप में तिन के खिलाफ मामला दर्ज 
 पलवल (अनिल लाम्बा) : प्रेम प्रसंग के चलते एक युवक को आत्महत्या के लिए विवश करने के आरोप में सदर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। औरंगाबाद निवासी राजेश ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनका चचेरा भाई सिकंदर नौकरी की तलाश में था। उसके एक लड़की से प्रेम सम्बंध थे। शिकायत में आरोप है कि दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे लेकिन रतीपुर निवासी राजू व जीतमल उनकी शादी के खिलाफ थे। उन दोनों ने सिकंदर को पहले भी जान से मारने की धमकी दी थी। 17 फरवरी को लड़की का फोन आया उसके बाद वह घर से चला गया देर शाम तक वापस नहीं आया तो उसे फोन किया तो उसने कहा कि वह घर आ रहा है। लेकिन 8 बजे के बाद उसके फोन पर संपर्क नहीं हो पाया। 18 फरवरी को सुबह पुलिस का फोन आया कि रतीपुर के जंगल में केएमपी रोड के पुल के पास नीम के पेड़ पर एक फुट रस्सी से गर्दन में फंदे से लटका हुआ है। उसकी पैंट की जेब से एक सूसाइट नोट मिला। जिसमें अपनी मौत का जिम्मेदार राजू, जीतमल व कुंदन को ठहराया है। शिकायत में आरोप है कि उसे आत्महत्या के लिए उपरोक्त ने विवश किया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

पुरुष अटेंडेंट का यौन उत्पीड़न करता था ले. कर्नल, अब होगा कोर्ट मार्शल पुरुष अटेंडेंट का यौन उत्पीड़न करता था ले. कर्नल, अब होगा कोर्ट मार्शल


पुरुष अटेंडेंट का यौन उत्पीड़न करता था ले. कर्नल, 


अब होगा कोर्ट मार्शल

पालमपुर (अनिल लाम्बा) : पालमपुर सैन्य स्टेशन हेडक्वार्टर के पूर्व एडमिनिस्ट्रेटिव कमांडेंट 

लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह सिद्धू पर पुरुष अटेंडेंट के यौन उत्पीड़न के आरोप सिद्ध होने पर कोर्ट 

मार्शल के आदेश जारी किए गए हैं। सेना की ओर से ममून छावनी क्षेत्र पठानकोट में लेफ्टिनेंट 

कर्नल सिद्धू के खिलाफ की गई कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में यह आदेश जारी किए गए हैं। वर्ष 2010 

में लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह सिद्धू के पालमपुर स्टेशन हेडक्वार्टर में एडमिनिस्ट्रेटिव कमांडेंट 

के पद पर तैनात थे तो उनके अटेंडेंट ने उन पर यौन उत्पीड़न की शिकायत सैन्य आला 

अधिकारियों से की थी। सैन्यधिकारियों की जांच में अटेंडेंट से किए गए अशोभनीय व्यवहार एवं 

यौन उत्पीड़न के आरोप सत्य पाए जाने पर लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह सिद्धू पर कोर्ट ऑफ 

इन्क्वायरी के ऑर्डर पास किए गए थे। इसके तहत उन पर अब जनरल कोर्ट मार्शल के आदेश 

दिए हैं। सेना की इलेक्ट्रॉनिक और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तैनात जवान ने आरोप लगाया 

था कि जब वह पालमपुर के स्टेशन हेडक्वार्टर में एडमिनिस्ट्रेटिव कमांडेंट के सहायक के रूप में 

तैनात था तो उसके साथ यह घटना घटी थी। इसकी शिकायत उसने सेना मुख्यालय सहित 

आला अधिकारियों से की थी।लेफ्टिनेंट कर्नल सिद्धू और विवादों का चोली दामन का साथ रहा 

है। फिरोजपुर से आर्मी कॉन्ट्रेक्टर दर्शन लाल की गुमशुदगी मामले में सीबीआई पहले भी पंजाब 

और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों पर लेफ्टिनेंट कर्नल सरूप सिंह सिद्धू से पूछताछ कर चुकी है।


मामले के निपटारे के लिए एनआरआई से लिए थे 20 

लाख

वर्ष 2011 में ऑस्ट्रेलिया के एनआरआई खड़क सिंह बाजवा ने वेस्टर्न कमांड को भेजे लिखित 

शिकायत पत्र में आरोप लगाया था कि लेफ्टिनेंट कर्नल सिद्धू ने आपराधिक मामले को सुलटाने 

की एवज में 30 लाख रुपए सहित 1.2 लाख रुपए के मोबाइल फोन लिए थे। वेस्टर्न कमांड को 

मिली शिकायत के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल सिद्धू ने एनआरआई बाजवा को 15 लाख रुपए राशि 

सहित तीन मोबाइल लौटा दिए थे।पालमपुर स्टेशन हेडक्वार्टर में पूर्व में तैनात एडमिनिस्ट्रेटिव 

कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह सिद्धू मामले में सेना मुख्यालय से अभी तक कोई आदेश 

प्राघ्त नहीं हुए हैं। कर्नल सिद्धू के खिलाफ कोर्ट आफ इन्क्वायरी जारी थी, उसमें क्या निर्णय 

लिया, उसकी जानकारी नहीं है। 

माता प्रकाश कौर श्रवण एवं वाणी केंद्र में आज से कान, नाक व गला(इ.एन.टी) की ओ.पी.डी शुरू

 
 माता प्रकाश कौर श्रवण एवं वाणी केंद्र में आज से कान, नाक व गला(इ.एन.टी) की ओ.पी.डी शुरू 
करनाल (अनिल लाम्बा) : स्थानीय माता प्रकाश कौर श्रवण एवं वाणी विकलांग कल्याण केंद्र में आज से कान, नाक व गला(इ.एन.टी) की ओ.पी.डी शुरू हो गई है। उपायुक्त नीलम पी. कासनी ने रिबन काटकर विधिवत रूप से इस सेवा का शुभारम्भ किया। इस मौके पर सिविल सर्जन डाक्टर शिवकु मार तथा सामान्य हस्पताल के इ.एन.टी स्पैशलिस्ट डाक्टर जयवर्धन भी उपस्थित थे। प्रत्येक शानिवार को दोपहर 12 बजे से लेकर 2 बजे तक डाक्टर जयवर्धन उपरोक्त केंद्र में बैठ कर यहां रह रहे बच्चों तथा सामान्य इ.एन.टी के मरीजों की ओ.पी.डी किया करेंगे। बतौर उपायुक्त श्रवण एवं वाणी विकलांग कल्याण केंद्र में इ.एन.टी की ओ.पी.डी की सुविधा से यहां के मूक एवं बधिर बच्चों के कानों की जांच आधुनिक मशीन द्वारा की जायेगी तथा हकलाहट व तुतलाहट का ईलाज भी स्पीच थे्रपी द्वारा किया जायेगा। जिन बच्चों को कानों से बहुत ही कम सुनता है। उनके लिए यह सेवा एक वरदान सिद्ध हो सकती है। उन्होंने बताया कि आम स्कूलों में जो बच्चे कम सुनने की  बीमारी से ग्रस्त हैं, या जिन्हें बोलने में हकलाहट या तुतलाहट की समस्या है, उनका भविष्य में सर्वेक्षण करवाकर उनका इलाज भी यहां किया जायेगा, ताकि उनमें हीन भावना खत्म हो सके। इ.एन.टी विशेषज्ञ डाक्टर जयवर्धन ने बताया कि श्रवण दोष बच्चों व बडों किसी में भी हो सकता है। जरूरत है, विशेषज्ञ से इस दोष की जांच करवाकर उसका सही इलाज करवाना, अन्यथा यह बीमारी लम्बे समय तक रहने से कान के परदे पर विपरीत प्रभाव डाल देती है। डाक्टर जयवर्धन ने बताया कि बदलते मौसम में वायरल से गला खराब हो जाता है। ऐसी स्तिथी मे भी कान के परदे पर सूजन आ जाती है। यदि सही समय पर इसका इलाज न किया जाये तो कान के परदे के पीछे नजले का पानी इक्कठा हो जाता है, जो श्रवण दोष का कारण बन जाता है। उन्होंने कहा कि आंख, नाक व गला महत्वपूर्ण अंग है। इनके लिए सावधानी व संभाल जरूरी है। माता प्रकाश कौर वाणी एवं विकलांग केंद्र में ओ.पी.डी सुविधा शुरू हो जाने के संदर्भ में डाक्टर जयवर्धन ने बताया कि बधिर बच्चों में न सुनने की बीमारी की आडीयोमिट्री करने से श्रवण मे कितना दोष है, यह पता चल जाता है। इसके बाद उसका ईलाज करने से कुछ ना कुछ सुनाई देना संभव हो जाता है। उन्होंने बताया कि श्रवण दोष, कान के भीतर स्थित नसों के खराब होने तथा रूकावट के कारण होता है । ज्यादातर रोगी रूकावट से प्रभावित होते है। इस पर ध्यान देने से इसका इलाज संभव हो जाता है। उन्होंने बताया कि न सुनना बीमारी तो है लेकिन असमान्य स्थिती नही है। इस अवसर पर उपायुक्त ने श्रवण एवं वाणी विकलांग केंद्र के बच्चों को फल वितरित किये।  मूक एवं बधिर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में सरस्वती वंदना, पंजाबी लोक नृत्य तथा सर्व धर्म एकता पर नाटक प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए वाह-वाही लूटी। 
इस कार्यक्रम में माता प्रकाश कौर श्रवण एवं वाणी विकलांग केंद्र के सहायक निदेशक जे.पी. गौड़, अध्यापिका अनिता वर्मा, नीलम बत्तरा, निशा सक्सेना, अनिता तथा अन्य अध्यापक भी उपस्थित थे।


धारा 134-ए को शिक्षा, विद्यालय व अभिभावक विरोधी


 धारा 134-ए को शिक्षा, विद्यालय व अभिभावक विरोधी 
करनाल (अनिल लाम्बा) :  सी.बी.एस.ई. व हरियाणा बोर्ड से सम्बद्ध छह सौ पचास से अधिक निजी स्कूलों ने फैडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन्स के तत्वावधान में जिला करनाल में आज पूर्ण बन्द रख कर हरियाणा शिक्षा नियमावली के उपनियम 134-ए के प्रावधानों के विरोध में एक कड़ा संदेश हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग को दिया है। करनाल जिला मुख्यालय में एस.बी.एस. स्कूल रेलवे रोड में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए जिला भर के स्कूल संगठनों, स्कूल प्रबंधन के पदाधिकारियों व स्कूल प्रधानाचार्यों ने एकमत होकर धारा 134-ए को शिक्षा, विद्यालय व अभिभावक विरोधी व्यवस्था करार दिया है। धारा 134-ए के औचित्य पर सवाल उठाते हुए सभी शिक्षाविदों ने इसे अभिभावकों, विद्यार्थियों व स्कूल प्रबंधन में टकराव पैदा करने वाली व केंद्र सरकार को शिक्षा अधिकार अधिनियम के व्यवस्था के विपरीत बताते हुए इसे तुरंत प्रभाव से रद्द करने की मांग की है। हरियाणा फैडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ-साथ सी.बी.एस.ई. स्कूलों के संगठन सहोदय स्कूल काम्पलेक्स के प्रधान राजन लांबा, कुलजिंद्र मोहन सिंह बाठ, ब्रिगेडियर (सेवानिवृत) एन.के. भंडारी, दीवान कुलदीप चोपड़ा, नवजोत सिंह वड़ैच इत्यादि ने बड़ी संख्या में उपस्थित शिक्षाविदों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी निजी स्कूल समग्र, समाज के सभी वर्गों को आसानी से उपलब्ध, सस्ती व स्तरीय शिक्षा प्रदान किये जाने के पूर्णतय: पक्ष में हैं, परंतु केवल हरियाणा प्रांत में शिक्षा नियमावली की धारा 134-ए लागू करके सरकार ने स्कूलों के समक्ष अपना अस्तित्व बचाए रखने का संकट ही उत्पन्न कर दिया है। वक्ताओं ने सरकार से अपील की कि वह पहले राजकीय स्कूलों में ये व्यवस्था लागू कर उसके परिणाम देखें। इसके साथ-साथ कुछ निजी स्कूल प्रबंधकों जैसे दून ग्रुप ऑफ स्कूल के निदेशक श्री कुलजिंद्र एम.एस. बाठ ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत मात्र पहली कक्षा में 25 प्रतिशत स्थान बी.पी.एल परिवारों को दिये जाने हेतु अपनी सहमति प्रदान की। लगभग सभी स्कूल संचालक इस बात पर एकमत दिखे कि अगर आर.टी.ई व धारा 134-ए के प्रावधान इक्ट्ठे लागू किये गये तो पचास प्रतिशत आरक्षण नि:शुल्क देना निजी स्कूलों के लिए पूर्णतय: अव्यवहारिक व साधारण अभिभावक को प्राप्त हो रही स्तरीय शिक्षा कई गुणा महंगी कर देने वाला सिद्ध होगा और पूरे देश में एक समान शिक्षा प्रणाली लागू करने की केंद्रीय सरकार की योजना की राह में रोड़ा भी साबित होगा। उल्लेखनीय है कि धारा 134-ए के प्रावधानों के अनुसार दो लाख से कम आय वर्ग के लोगों के लिए पच्चीस प्रतिशत नि:शुल्क शिक्षा व्यवस्था निजी स्कूलों में लागू किया जाना प्रस्तावित है, जबकि पचानवे प्रतिशत अभिभावक इसी आय वर्ग के अंतर्गत आते हैं। इन बहुसंख्यक अभिभावकों में से पच्चीस प्रतिशत अभिभावक चुनना, उन्हें आर्थिक रूप से पिछड़ी श्रेणी में रखना व निजी स्कूलों में प्रवेश हेतु आरक्षण देना स्कूलों के साथ-साथ सरकार के समक्ष भी पूर्णतय: अव्यवहारिक व चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर सकता है। जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों में आपसी असंतोष फैल सकता है व वर्तमान में जारी शिक्षा व्यवस्था तहस नहस होने के कारण हरियाणा प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग सकता है। अपने संयुक्त विरोध प्रदर्शन के अंत में सभी स्कूल प्रबंधकों ने उपायुक्त करनाल श्रीमती नीलम प्रदीप कासनी के माध्यम से हरियाणा के महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री हेतु ज्ञापन प्रस्तुत किया, जिसमें तुरंत प्रभाव से धारा 134-ए के भेदभावपूर्ण कानून को तुरंत प्रभाव से रद्द करने का अनुरोध किया गया है तथा सरकार द्वारा अडिय़ल रवैया अपनाए जाने की सूरत में स्कूल संगठन पूरे हरियाणा में प्रदेश स्तरीय बंद पर भी विचार कर सकते हैं। इस अवसर पर ओ.पी.एस. इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल नीरू सेतिया, ग्रीनलेंड पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल सुषमा चोपड़ा, एस.एस. इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल मंजु भारद्वाज, ओ.पी.एस. विद्या मंदिर के प्रिंसिपल डा. जसजीत सूद, प्रताप पब्लिक स्कूल जरनैली कालोनी करनाल की प्रिंसिपल श्रीमती पूनम नेवट, प्रताप पब्लिक स्कूल सेक्टर-6 करनाल की वाइस प्रिंसिपल श्रीमती वीना मेहला, एम.एन.एम. स्कूल से अंजु सहगल, हरियाणा पुलिस पब्लिक स्कूल से सविता कपूर, गुरुतेग बहादुर पब्लिक स्कूल से भूपेंद्र कौर, निशांत स्कूल से स्नेहलता बक्शी व हरियाणा बोर्ड से सम्बद्ध स्कूलों से संजय पठानिया, रवि शर्मा, सुशील शर्मा, सुरेंद्र चौहान, सुरजीत सुभरी, गोपी शर्मा, धर्मवीर काजल, तेजबीर, डी.के. शर्मा, साहब सिंह, के.एस. लाठर, पवन कुमार, इत्यादि बड़ी संख्या में शिक्षाविद मौजूद थे।

नेटवर्किंग साईट फेसबुक पर बनाया गया ऑनलाईन ग्रुप 'इंकलाग जिन्दाबाद लांग लीव दा रेवोलुशन का आंकड़ा 11111


नेटवर्किंग साईट फेसबुक पर बनाया गया ऑनलाईन ग्रुप 'इंकलाग जिन्दाबाद लांग लीव दा रेवोलुशन का आंकड़ा 11111
करनाल (अनिल लाम्बा) : अखिल भारतीय जनहित सोसायटी द्वारा चंद महीने पहले सोशल नेटवर्किंग साईट फेसबुक पर बनाया गया ऑनलाईन ग्रुप 'इंकलाग जिन्दाबाद लांग लीव दा रेवोलुशन दिन पर दिन नये आयाम स्थापित कर रहा है। युवाओं के बीच खासा पसंद किया जा रहा ये गु्रप आज 11 हजार का आंकड़ा पार करने के साथ ही प्रदेश का सबसे बड़ा गु्रप बन गया है। खबर लिखे जाने तक इसकी संसदीय संख्या 11111 हो गई थी। अधिक जानकारी देते हुए सोसायटी के अध्यक्ष व इन्कलाब जिन्दाबाद गु्रप के संस्थापक वरुण आर्य ने बताया कि जहां इसमें प्रतिदिन सदस्यों की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं युवाओं का उत्साह भी देखते ही बन रहा है। उन्होंने बताया कि लगभग हर 2 मिनट के अंतराल में इसमें कोई न कोई गतिविधि होती है। भ्रष्टाचार, जड़ हो चुकी व्यवस्थाओं, सामाजिक रुढिय़ों पर लोगों का आक्रोश इसमें भलि-भांति देखा जा सकता है। देश व दुनिया से जुड़े सामाजिक व राजनैतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक मुद्दों पर स्वस्थ चर्चा करते हुए किसी ठोस निर्णय पर पहुंचने का प्रयत्न किया जा सकता है। सोसायटी के उपाध्यक्ष आशीष गुप्ता ने बताया कि इन्कलाब जिन्दाबाद लांग लीव दा रेवोलुशन गु्रप में शामिल होने वाले सभी बुद्धिजीवियों से विनम्र निवेदन किया जाता है कि वे कामेन्ट लिखते अथवा डालते समय अपनी भाषा का ख्यान रखें। साथ ही नीजि व आपत्तिजनक टिप्पणी किसी सूरत में न करें। सलाहकार गुरमीत कश्यप ने कहा कि धर्म, सम्प्रदाय अथवा जातिगत पोस्ट या फिर उन पर आधारित टीका-टिप्पणी इस गु्रप में बर्दाश्त नहीं की जाती, क्योंकि किसी के ऐसे कृत्य से संबंधित लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं। ऐसी टिप्पणीयां इस गु्रप से हटा दी जाती है और इसके लिए अगर काई ठोस कार्रवाई करता है तो उसकी जिम्मेदारी भी का कामेंट पोस्ट करने वाले की ही होगी। वरुण आर्य ने बताया कि इस गु्रप की सफलता के पीछे विशाल लोधा, पं. रामकृष्ण शर्मा, गुरमीत कश्यप, नलिश सही चौहान, अनविका मेहरा, अमित धीर, शुभ मित्तल आदि का बड़ा हाथ है।

आपातकाल से भ्रष्टाचार तक: जेपी से अन्‍ना हजारे तक


आपातकाल से भ्रष्टाचार तक: जेपी से अन्‍ना हजारे तक
जितना बड़ा सच ये है कि जिस ईमानदारी से क्रांतिकारियों ने जंगे आजादी
की लड़ाई लड़ी, उससे बड़ा सच ये है कि उस ईमानदारी से देश आजाद होने के
बाद राजनीतिज्ञयों ने देश की सेवा नहीं की। देश आजाद हुआ। पंडित जवाहर
लाल नेहरू को देश के प्रथम प्रधानमंत्री होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। एक लम्बे
समय तक नेहरू परिवार को देश की सेवा करने का मौका मिला। जैसा कि
होता है, सत्ता के इर्द-गिर्द धीरे-धीरे सत्ता लौलुप व्यक्तियों का जमावड़ा होता
चला गया। नैतिकता और देशसेवा सर्वोपरि होने की बजाय समाज छोटे-छोटे
जातिगत खाने में बंटता चला गया। यदि ईमानदारी पूर्ण शब्द प्रयोग करूं तो
राजनीतिज्ञयों ने अपने फायदे के लिये यह कार्य भी किया। क्या विडम्बना है
पहले देश बंटा और फिर जिनको मिलजुलकर देश का विकास करना था वो
खुद ही बंट गये। इससे खूबसूरत आजादी का तोहफा और क्या हो सकता है?
चापलूसी की प्रवृति राजनीति में आदरणीय मानी जाने लगी। लोग हदों को
लांघकर चापलूसी करने लगे। इसका एक ही उदाहरण पर्याप्त होगा। देश में
श्रीमती इंदीरा गांधी की हुकूमत थी।
उस वक्त कांग्रेस के एक प्रतिष्ठित नेता हुआ करते थे देवकांत बरूआ। इन्होंने
इंदीरा गांधी के लिये कहा - "Indira is India and India is Indira" भारतीय
राजनीति में इसे सबसे बड़ी चापलूसी का दर्जा प्रदान किया गया। जहां व्यक्ति
को देश का पर्याय बताया गया। ये सच है कि भारतीय प्रधानमंत्रियों की
श्रृंखला में निर्भीक निणर्य लेने की क्षमता के आधार पर श्रीमती इंदिरा गांधी
को अव्वल स्थान दिया जाता है। बांग्‍लादेश का निर्माण उनकी कूटनीतिक
सफलता का सर्वोच्च शिखर है। वहीं आपात काल उनकी तानाशाही प्रवृति का
दिग्दर्शन कराती है। इसके लिये राष्ट्र उनको कभी क्षमा नहीं करेगा।
"1971 में श्रीमती इंदीरा गांधी दो तिहाई बहुमत लेकर सत्ता में आईं। यह वही
दौर था जब श्रीमती गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के तीन-तीन न्यायाधीशों की
वरिष्ठता की उपेक्षा कर अपनी पंसद के ए.एन.रे को भारत मुख्य न्यायाधीश के
पद पर नियुक्त किया। 12 जून 1975 को हाईकोर्ट इलाहाबाद के जज
"जगमोहन लाल सिन्हा" का बहुप्रतीक्षित फैसला आया। विद्वान जज ने
श्रीमती इंदिरा गांधी के रायबरेली चुनाव को गैरकानूनी घोषित करते हुये उन्हें
छह वर्षों के लिये चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर दिया। इस फैसले ने पूरे देश
में हड़कम्प मचा दिया। नेतृत्व परिवर्तन की बाते उठने लगी। इस फैसले से
बौखलायी श्रीमती गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। 25 जून 1975
को चार बजे सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया। सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ
हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी। मधुलिमये ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का
स्वागत करते हुये श्रीमती इंदिरा गांधी को गद्दी छोड़ने की सलाह दी और
उसके बाद वो हुआ जो आजाद भारत में कभी नहीं हुआ था। 25 जून को ही
आधी रात को पूरे देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गयी। दमन और
गिरफ्तारियों का दौर प्रारम्भ हो गया।"
जयप्रकाश नारायण ने देश के युवाओं को स्कूल कालेज छोड़कर इस
आपातकाल का मुकाबला करने का आह्वान किया। 25 जून 1975 से 21 जून
1977 तक देश में आपातकाल लागू रहा। मुझे आज भी वो दिन याद है। जब
वाराणसी में उदय प्रताप कालेज के संस्थापन दिवस समारोह के अवसर पर
25 नवंबर को आयोजित कवि सम्मेलन में भाग लेने के लिये गोपाल दास
नीरज को आमंत्रित किया गया था। पूरे विद्यालय में डर और रोमांच का
वातावरण व्याप्त था। उसके वावजूद छात्रों की बहुत बड़ी तादाद कवि सम्मेलन
को सुनने के लिये आयी। कार्यक्रम के दौरान कभी भी पुलिसिया हस्तक्षेप की
आशंका व्यक्त की जा रही थी। किसी अनहोनी से सभी का दिल धड़क रहा था।
करीब 12 बजे गोपालदास नीरज माइक पर आये। उनकी पहली ही कविता ने
उनके तेवर का अन्दाज दे दिया। छात्रों ने भी पूरी गर्मजोशी के साथ नीरज का
साथ दिया। वो पंकितयां आज भी जेहन में गूजती है। नीरज ने कहा था - ''
आज के दौर के राजनीतिज्ञों को भेडि़या समझे और लोकतंत्र को हिरण। इस
प्रतिबिम्ब को ध्यान में रखते हुये आप मेरी कविता सुने -
भेडियों के झुण्ड में फंस गया है आज कोई हिरन,
अब तो हर इक हाथ से पत्थर उछलना चाहिये,
जिस तरह से भी हो ये मौसम बदलना चाहिये,
रोज जो चेहरे बदलते है लिबासों की तरह,
अब जनाजा जोर से उनका निकलना चाहिये,
छीनता हो जब तुम्हारा हक कोई उस वक्त तो,
आंख से आंसू नही शोला निकलना चाहिये।
जाहिर सी बात थी इस बागी तेवर की कविता पाठ के बाद नीरज की
गिरफ्तारी होनी ही थी। दिल्ली जाते ही वो गिरफ्तार कर लिये गये। वह कवि
सम्मेलन यूपी कालेज के इतिहास का मील का पत्थर है जिसने देश को एक
नयी उर्जा प्रदान की। आखिरकार जयप्रकाश नारायण द्वारा दी गयी देश को
नेतृत्व रंग लायी। सारी इंतिहा के बाद आखिरकार 1977 में चुनाव की घोषणा
के साथ ही आपातकाल का अन्त हुआ। फिर से लोकतंत्र की गाडी पटरी पर
आयी। जनता पार्टी दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में वापस आयी। मोरार जी
देसाई प्रधानमंत्री बने। मानव स्वभाव के अनुरूप ही चन्द महीने में ही लोग
आपातकाल का दर्द भूल गये। कुर्सी के लिये पुन: खींचतान प्रारम्भ हो गयी।
मात्र 33 महीने में ही देश को नये चुनाव का बोझ उठाना पड़ा।
1977 के बाद की कहानी बड़ी दिलचस्प और आत्ममंथन करने वाली है।
घोटाले-दर-घोटाले ने जहां शुरू में जनता को चौकाया वहीं बाद में जनता ने
इसे अपनी नियती मान लिया। देश के राजनेता देश की समस्याओं का
तात्कालीन और सतही समाधान निकाल कर खुश होने लगे। आंतकवाद,
क्षेत्रवाद, साम्प्रदायिकता ने देश में अपनी गहरी जड़ें जमा लीं। नेतृत्व
समाधान विहिन हो गया और जनता बेबस। भ्रष्टाचार ने देश में इतनी गहरी
जड़ें जमायी कि वो शिष्टाचार का पयार्य बन गया। देश में ईमानदारी की बात
करने वाले वेवकूफ समझे जाने लगे। बेबस और लाचार जनता ने इसे स्वीकार
कर लिया। जिस नेतृत्व से आशा थी उसे वह अपनी विश्वसनीयता लगातार
खोती चली गयी। कल तक जो चोरी-छिपे होता था वो आज धड़ल्ले से होने
लगा। कमीशन शब्द सम्मान का सूचक बन गया। ऐसे में दो बडे़ आन्दोलनों
ने देश में जान फूंक दी। युवा वर्ग आगे आया।
"योग गुरु रामदेव" ने योग शिक्षा देते हुये पूरे राष्ट्र का ध्यान विदेशों में जमा
काले धन की तरफ आकृष्ट किया। सवाल राजनेताओं को परेशान करने वाला
था। आजादी के बाद तुलनात्मक दृष्टिकोण से इनकी चल-अचल सम्पत्ति राष्ट्र
को चौंकाने वाली है। इससे भी ज्यादा इस सवाल पर उनका व्यवहार चौंकाने
वाला था। सवाल का उत्तर देने तथा विदेशों से काला धन वापस लाने की
बजाय रामदेव का ही विरोध प्रारम्भ कर दिया गया। इसकी चरम परिणीति
दिल्ली के रामलीला मैदान पर आधी रात को पुलिस द्वारा लाठी चार्ज एवं अश्रु
गैस के रूप में हुयी। सोये हुये लोगों पर लाठी चार्ज का औचित्य समझ से परे
है। इस घटनाक्रम ने एक बार पुन: आपातकाल की याद ताजा कर दी। यह
समझ से परे है, विदेशों में जमा काला धन देश में वापस लाने की बात कर
रामदेव जी ने आखिर क्या गुनाह कर दिया ??
एक मजबूत भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल के समर्थन में जब 5 अप्रैल को अन्ना
हजारे जन्तर मन्तर पर अनशन पर बैठे तो उन्हें भी नहीं पता था कि एक
लम्बे समय से भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता उनके समर्थन में उनके पीछे आ खड़ी
होगी। युवकों ने आगे बढ़कर साथ दिया। लेकिन सरकार ने अन्ना टीम के
प्रस्ताव को हल्के में लिया और नकारात्मक रूख का प्रदर्शन किया। सरकार ने
आनन-फानन में एक समिति बनाकर सम्भावित खतरे को टाला और 16
अगस्त तक संसद में लोकपाल विधेयक पारित कराने की बात स्वीकार कर
ली। अगस्त से शुरू हुये मानसून सत्र में सरकार ने जो विधेयक प्रस्तुत किया
वह कमजोर और जन लोकपाल के सर्वथा विपरीत था। अन्ना हजारे ने इसके
खिलाफ अपने पूर्व घोषित तिथि 16 अगस्त से पुन: अनशन पर जाने की
बात दुहराई। बाद में उनका अनशन रंग लाया और सरकार ने आखिरकार
विधेयक संसद में रखा। लेकिन कमजोर विधेयक चौतरफा आलोचना का
आधार बना, अन्तत: राज्य सभा में वो पारित न हो सका। आन्दोलन अपने
तमाम सवालों के साथ आज भी दोराहे पर खड़ा है।
क्या मजबूत जनलोकपाल बिल बन पायेगा?
विदेशों से क्या काला धन वापिस आ पायेगा?
राजनेता क्या कभी अपने व्यकितगत स्वार्थ से उपर उठकर देश के लिये कभी
सोचेगे?
है पूरे हिन्दुस्तान में कोई ऐसा नेता है जो छाती ठोंककर कह सके कि हाँ हम
हैं राष्ट्रीय स्तर के नेता? जाति विशेष के नेता बनकर हम राष्ट्रीय सोच
विकसित नहीं कर सकते।
आज जरूरत है पुन: युवाओं को राष्ट्रीय चिन्तन की। राष्ट्रीय सोच की और
तमाम बुराइयों के खिलाफ उठ खडे़ होने की। कुर्बानियों के नींव पर देश खड़ा
हुआ करता है। जरूरत है इस बात को समझने की और राष्ट्र के राजनेताओं को
समझाने की। आखिर कब तक हमारी ये जंग जयप्रकाश नारायण और अन्ना
हजारे लड़ते रहेंगे?
उठो नौजवानों देश को सम्भालो - देखो कहीं दूर से आवाज आ रही है -
ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी।
--- लेखक डा.(मेजर) अरविंद कुमार सिंह देश के सैन्‍य बल में अधिकारी हैं

आपके जीवन में आंवले के कितने फायदे


आपके जीवन में आंवले के कितने फायदे 
भोजन की शुद्धता मन की शुद्धता की ओर ले जाती है। भगवत गीता में आंवला देवताओं का फलकहा गया  है। भगवान विष्णु की आंवले से पूजा की जाती है। आंवला सदियों से ऋषियों का विश्वनीय है। उन्होने आंवले को कायाकल्प रसायन तथा त्रिदोषनाशक कहा है। यह खून की मात्रा सही रखता है,क्लोन को साफ रखता है, त्वचा,आँखों और बालों को चमकदार बनाता है। जीवन शक्ति को बनाता है और प्रोटीन की मात्रा को पूरा कर शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालता है। आयुर्वेद के अनुसार 40 दिन लगातार सुबह आंवला का प्रयोग तरह-तरह की शारीरिक बीमारियों को दूर करता है। इसमें विटामिन ष्ट  सबसे अधिक  मात्रा में होता है। आंवला समस्त शारीरिक कमजोरी को मूल नाश कर शरीर को नई ताजगी से भर देता है। आंवला में मौजूद ढेरों मिनरल्ज़, विटामिन व कार्बोहाइड्रेड, फास्फोरस इत्यादि शरीर के सातों धातुओं को शुद्ध कर गम्भीर रोगों को जड़ से उखाडऩे में सक्षम है। आंवला दबे हुए सैलों में स्फूर्ति प्रदान करता है व मृत कोशिकाओं को जिन्दा करता है। त्रिदोषनाशक होने के कारण यह पुरानी से पुरानी कब्ज, गैस जलन, पेचिस,अफारा, जिगर में गर्मी व भूख कम ज्यादा लगना,पेशाब कम,ज्यादा आना इत्यादि समस्त रोगों के शमन के लिए अत्यन्त लाभकारी है।   शुगर शरीर को खोखला कर देती है, शरीर बेजान और रोगग्रस्त होने लगता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता क्षीण होने लगती है। शरीर की धातुएं सूखने लगती है। कफ, पित ओर वायु का संतुलन बिगड़ जाता है व कैलेस्ट्रोल का बढ़ जाना, हृदय रोग, उक्त रक्तचाप, हड्डियों की कमजोरी, यौन शक्ति, आँखों पर असर, मानसिक कमजोरी, संभोग शक्ति व संभोग में इच्छा कमी आदि कई व्याधियां पैदा हो जाती है, तो ऐसी स्थितियों में आंवला को प्रयोग इन व्याधियों के लिए रामबाण का काम करता है। आंवला का प्रयोग रोगों को जन्म देने वाले विषैले तत्वों को बाहर निकालता है और शरीर को स्वस्थ रखता है। आंवला कैलेस्ट्रोल को कम करता है व वसा के कारण जम गई धमनियों को खोलता है। यह अधिरोग से बचाव करता है। यहां धमनियों की दीवारें क्षतिग्रस्त होने लग जाती है। यह हृदय को ताकत देता है। अनिद्रा रोग में भी अत्यन्त लाभकारी है। इसके नियमित सेवन से लिवर की कई व्याधियां ठीक हो जाती है। आंवले के प्रयोग से शरीर में नया रक्त बनने लगता है चेहरे की रंगत लाल होने लग जाती है। लिवर ठीक होने लग जाता है। महा चमत्कारी आंवला का प्रयोग बालों के झडऩे, टूटने से बचाता है। कील,मुंहासे, छाईयां जड़ से मिटाई जा सकती है। सभी रोगों श्वेत प्रदर, रक्त प्रदर,शरीर में कमजोरी, बैचेनी व नींद न आना, रक्त न बनना, आदि रोगों में अति लाभदायक है। सप्त धातु शोधक,त्रिदोषनाशक व विटामिन सी से भरा होने के कारण आंवला में धातु पैदा करने, गाढ़ा करने और बढ़ाने की विचित्र शक्ति है। वीर्य सम्बन्धी बिमारियों में आंवलों का सेवन अमृत के समान लाभकारी है।  इसके नियमित सेवन से पित के प्रकोप से पैदा होने वाले समस्त  वीर्य दोष नष्ट हो जाते है। वीर्य क्षय वीर्य के कारण होने वाले शीघ्र पतन को रोकता है। चेहरे पर लाली आ जाती है। घुटने,टांगे व कमर सीधी होने लगती है। बाल जड़ से काले आने लगते है। यौवन का तूफान शरीर में लहरे भरने लग जाती है। चाल में तेजी आ जाती है व ढीलापन दूर हो जाता है।  आंवला का प्रयोग बच्चों के संतुलित विकास के लिए अत्यन्त जरूरी है। बच्चों को खूब भूख लगने लगती है। खून बनता है। लिवर को ताकत देता है। हडिडयां मजबूत होती है। फोड़े, फु सियां,जुकाम,एलर्जी व त्वचा के रोगों से बचाव करता है। बच्चा चुस्त रहता है। चेहरे पर लाली आ जाती है। आँखों की कमजोरी, स्मरण शक्ति,मलमूत्र की समस्या, बिस्तर गीला करने की समस्या आदि अनेक व्याधियों मे बहुपयोगी है। 
आंवलों का प्रयोग भिन्न -2 रूपों में :- आंवला चटनी: आंवला चटनी आंवला, चीनी, नमक, काली मिर्च ,मसाले अदरक, लहुसन, सूखे मेवे व सिटरिक एसिड से बनी एक बेहद स्वादिष्ट, सुपाच्च व पेट व छाती गले की बीमारियों को दूर करने वाली एक रामबाण खाद्य सामग्री है। रोटी व ब्रेड के साथ इसका नियमित प्रयोग पेट को हल्का फुलका रखता है।
इण्डिका आंवला कैण्डी : बेहद स्वादिष्ट, बच्चों की मनपसन्द टॉफी की तरह खाने वाली आंवला कै ण्डी में फैटस बिल्कुल नहीं है। प्रोटीन 0.65, कार्बोहाईड्रेट 72.16 एनर्जी 291 कैलोरिज, विटामिन ष्ट 119.52 है। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक की मनपसन्द टॉफी की तरह पॉकिट में रखिए और खाते रहिए।
आंवला बर्फी व आंवला लड्डू : आंवले की खराश से थोड़ा परहेज करने वालों के लिए एक नये रूप में तैयार आंवला बर्फी व लड्डू एक नया स्वाद पेश करते है। विटामिन भी ले व स्वाद भी लें।
आंवला मुरब्बा: यह दिल को शक्ति देने के साथ-साथ यह पेट की बीमारियों से लडऩे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह बढ़ती उम्र के बुरे प्रभावों व तनाव खत्म करता है। 
आंवला पाउडर : सूखे आंवलों को पीस कर यह पाउडर भिन्न-भिन्न रूपों में प्रयोग किया जाता है। इसे सीधा मिश्री मिलाकर खाया जाता है। समान मात्रा मिश्री मिलाकर खाने से यह खटा नही लगता। बालों से सम्बन्धित समस्याओं में यह बेहद गुणकारी है। आंवला पाउडर को थोड़ी सी मेंहदी व दही, लस्सी के साथ लोहे के बर्तन में रात को भिगों दे । सुबह बालों में लगाए। 3 घण्टे बाद धो लें। चमत्कारी लाभ होगा। बाल भारी होने लगते है। सफे द बाल धीरे-धीरे काले हो जाते है। इसकी सब्जी बनाकर खाई जा सकती है। 
आंवला जूस: इस उत्पादन का जूस मधुमेह के रोगों के लिए बहुत लाभकारी है। मधुमेह  के रोगियों को चीनी व चाय, कॉफी  एलकोहल आदि से दूर रहने की जरूरत होती है। आंवला जूस खोपड़ी पर लगाने से सिकरी, समय से पहले बालों क ो सफे द होना व बालों का गिरना रुक जाता है। 
आंवला स्कवैश : गर्मियों में ठंडक के लिए लोग तरह- तरह के शरबत को प्रयोग करते है। आंवला स्कवैश गुणों से भरपूर है। ठंडक पहुंचाने वाला गुणकारी स्कवैश है। इच्छानुसार व स्वादानुसार पानी डाल सकते है। विटामिन प्राप्त कर सकते हैं। 
इण्डिका बेल, श्रीफल : भगवान शिव के बारे में कहा जाता है कि उनका भोजन बेल है। यह ऐसा फल है जो भोजन का काम करता है। इसके सेवन के बाद काफी देर तक भूख नही लगती । 
विटामिन और मिनरल्जस से भरपूर , वायपन का प्रतिरोधी, पेट की गड़बड़ को खत्म करने वाला,दिल की शक्ति तथा मन को ताजा ओर स्फूर्तिवान बनाता है। यह बेल कैंडी व बेल मुरब्बा के रूप में उपलब्ध है। 
इण्डिका जामुन पाउडर, विगनेर रस: औषधीय पौधे में जामुन का पौधा एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है यह मुधुमेह व पेशाब से सम्बन्धित समस्याओं में प्रभावकारी है। यह कैल्शियम और विटामिन का बहुत बड़ा साधन है।  इसके विषैले तत्वों को बाहर निकालने का सबसे बड़ा गुण है। 
इण्डिका एलोवेरा जूस: यह प्राकृ तिक स्वास्थ्य वर्धक टॉनिक है। शरीर की रोगप्रतिकार क्षमता को बढ़ा कर बीमारियों से निजात दिलाता है। शरीर की पाचक शक्ति को ठीक करके हाजमा बढ़ाता है, जिससे गैस, पेटदर्द,तेजाब,कब्ज दूर हो जाते हैं। खून साफ करके त्वचा को सुदृढ़, कोमल,मुलायम बनाए। कील, मुहाँसे,फुंसी,अलर्जी आदि चर्म रोगों में लाभदायक है। शरीर की चर्बी को नियंत्रित करके मोटापा व पतलापन  दोनों में लाभ पहुंचाता हैं। यह सूजन एवं दर्द को मिटाता है। इससे जोड़ों  का दर्द, गठिया बाय आदि में आराम मिलता है। आँखों की नजर साफ करने व सूजन कम करने में भी लाभदायक है। महिलाओं की कई प्रकार की बीमारियों में यह वरदान है। शरीर से यह रोग उत्पन्न करने वाले विषैले तत्व बाहर निकाल कर शरीर को सुदृढ़ बनता है। स्वस्थ व्यक्ति भी इसका नित्य सेवन कर सकता है। नित्य सेवन करने से पेट गैस,पेट दर्द, कब्ज, तेजाब का बनना, अल्सर, आंतडिय़ों  में सूजन, कई प्रकार के पुराने रोग मधुमेह,चर्मरोग,कमजोरी,मोटापा, पीलिया,अलर्जी,आदि नियंत्रित होते हैं।