Monday, March 28, 2011

नई किताब ने महात्मा गांधी पर उछाला कीचड़, बताया समलैंगिक


नई किताब ने महात्मा गांधी पर उछाला कीचड़, बताया समलैंगिक

महात्मा गांधी पर लिखी गई एक विवादास्पद जीवनी में उन्हे बाईसेक्सुएल और नस्लभेदी बताया गया है। दर्क्षिण अफ्रीका में नस्लीय भेद-भावों के विरुद्ध आवाज उठाने वाले गांदी को इस किताब में नस्लभेदी बताया गया है। किताब के लेखक का कहना है कि गांधी जी खुद भी दक्षिण अफ्रीका के अश्वेतों के विरुद्ध नस्लीय भेद-भाव करते थे। इस किताब को न्यूयॉर्क टाइम्स के पूर्व एक्जक्यूटिव संपादक जोसेफ लेलीवेल्ड ने लिखा है। जोसेफ की किताब में गांधी जी को बेहद अपमानजनक ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
इस किताब में गांधी जी के अपनी ही भतीजी के साथ बिना कपड़ों के लेटने से लेकर उनके समलैंगिक संबंधों को उजागर करने का भी दावा किया गया है। लेखक के मुताबिक गांदी जी जर्मन-यहूदी मूल के आर्किटेक्ट और बॉडीबिल्डर हर्मेन कालेनबक से प्यार करते थे। इसी वजह से गांधी जी ने अपनी पत्नी को भी छोड़ दिया था। पूरी किताब में में गांधी जी और हर्मेन के संबंधों के अश्लील किस्से भरे पड़े हैं
लेखक ने कई जगह गांधी के के शब्दों का हवाला देते हुए लिका है कि हर्मेन से उनके संबंध इतने प्रगाढ़ थे कि उन्होने किसी और औरत की ओर ना देखने का वादा किया हुआ था। मालूम हो कि इससे पहले भी महात्मा गांधी के सेक्स संबंधों पर आधारित एक किताब पहले प्रकाशित हो चुकी है उस किताब में भी गांधी के ऊपर भद्दे आरोप लगाएगए थे।

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