Monday, June 20, 2011

पाकिस्‍तान ने मोबाइल फोन को बनाया भारत में जासूसी का औजार, सोई है भारत सरकार !


नई दिल्ली (अनिल लाम्बा) : पाकिस्तान की तरफ से अब मोबाइल के जरिए भी भारत में जासूसी की जा रही है ! अंतरराष्ट्रीय कानूनों को ताक पर रखकर पाकिस्तान की सीमा से सटे राजस्थान के चार जिलों में धड़ल्ले से पाकिस्तान में मोबाइल सेवाएं देने वाली कंपनियों के नेटवर्क पर बात हो रही है । सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह सिलसिला पिछले दो सालों से चल रहा है , लेकिन भारतीय एजेंसियां इस मामले में अब तक कुछ भी नहीं कर पाई हैं । 

राजस्थान के बाड़मेर , जैसलमेर , श्रीगंगानगर और बीकानेर जिलों में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) , बीएसएनएल के अलावा स्थानीय प्रशासन ने पाकिस्तान की टेलीकॉम कंपनियों के सिग्नल पकड़े हैं । इस मामले में केंद्र सरकार और दूरसंचार सेवाओं की निगरानी करने वाली संस्था टीआरएआई (ट्राई) को जानकारी दे दी गई है । लेकिन अब भी नेटवर्क मिलने का सिलसिला जारी है । पाकिस्तान के मोबाइल नेटवर्क की मौजूदगी का दो साल पहले बाड़मेर जिले में सबसे पहले पता चला था , जब वहां पर कुछ लोगों को पाकिस्तानी सिम कार्ड के साथ गिरफ्तार किया गया था । विजिलेंस और टेलीकॉम के जानकारों की एक टीम ने पिछले साल इस बात की पुष्टि भी कर दी थी । इस बात की पूरी आशंका है कि इस नेटवर्क का इस्तेमाल भारत के खिलाफ जासूसी के लिए किया जा जा रहा है । लेकिन बावजूद इसके सरकार ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया है और सिग्नल ब्लॉक नहीं किए गए हैं । 
क्या है समस्या 
राजस्थान से सटी सीमा से करीब सौ किलोमीटर के दायरे में पाकिस्तानी मोबाइल कंपनियों के नेटवर्क मिल रहे हैं ।
क्या है नियम
अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक सीमा के दोनों तरफ पांच मीटर से ज़्यादा के दायरे में किसी दूसरे देश का मोबाइल नेटवर्क काम नहीं करना चाहिए ।
जिला स्तर पर ही हुई कार्रवाई
बाड़मेर में पाकिस्तान की मोबाइल कंपनियों के सिमकार्ड धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहे हैं । यही वजह है कि बाड़मेर जिला प्रशासन ने ऐसे सिमकार्डों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है ।

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