करनाल (अनिल लाम्बा) : हुड्डा सरकार में रहे पूर्व मंत्री एवं मुख्य संसदीय सचिव एवं मौजूदा विधायकों की जान सांसत में पडती दिखाई दे रही है | राज्य अपराध शाखा का शिकंजा कभी भी मंत्री व संसदीय सचिव की गर्दन का नाप ले सकता है | राज्य अपराध शाखा के ऐ. ड़ी. जी. पी. ने मीडिया को बताया है कि दोनों विधायकों सहित उनके पर्सनल असिस्टेंट्स की कॉल डिटेल के अहम सबूत हाथ लगे हैं | उनका साफतौर पर कहना था कि कम्बोपुरा के मृतक पूर्व सरपंच कर्म सिंह ने अपने मोबाइल से दोनों नेताओं व उनके पी. ऐ. से बातचीत की थी | मृतक कर्म सिंह के मोबाइल की लोकेशन घटना वाले दिन सुबह जिले राम शर्मा की कोठी के नजदीक ही मिली है | एवं इस मामला में विपक्ष ने सरकार को बुरी तरह से घेर रखा है व इसी मामले में हुड्डा सरकार में फैले भ्रष्टाचार का खुलासा होने से हुड्डा सरकार की भी काफी किरकिरी हुई है | उल्लेखनीय है कि जिला करनाल के कम्बोपुरा गाँव के मृतक पूर्व सरपंच कर्म सिंह की हत्या और रिश्वत का मामला अब ऐसे मोड़ पर आ गया है की मंत्री और मुख्य संसदीय सचिव सहित हुड्डा सरकार की भी और ज्यादा किरकिरी होना लाजमी है | इस हत्याकांड में फंसे पूर्व मंत्री ओ.पी. जैन और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव जिले राम शर्मा से मृतक कर्म सिंह के मोबाइल पर बातचीत के सबूत मिले हैं जबकि दोनों ही विधायक ओ.पी. जैन और जिले राम शर्मा इस बात से इनकार कर चुके हैं कि वह मृतक कर्म सिंह को जानते हैं और अब तक उन्होंने यही कहा है की वह मृतक कर्म सिंह को जानते भी नहीं हैं | अब यदि दोनों की बात पर विश्वाश कर भी लिया जाए तो दोनों के मोबाइलों सहित उनके पी.ऐ. के मोबाइलों पर कर्म सिंह के मोबाइल से एक बार नहीं कईं बार फोन होना राज्य अपराध शाखा ने अपनी जांच में पाया है | अब देखना यह होगा कि राज्य अपराध शाखा को जो यह सबूत मिला है के आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर अपनी आगामी जांच करेगी या फिर दोनों को सामान्य तौर पर बुला कर पूछताछ ही कर इस मामला को यूँ ही लटका कर रखेगी |
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