Sunday, February 19, 2012

किसानों क़ी आवाज़ को विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाएंगे : चौटाला

किसानों क़ी आवाज़ को विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाएंगे : चौटाला 
सोनीपत, (अनिल लाम्बा) :  इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की अर्थ व्यवस्था कृषि पर टिकी हुई है, लेकिन केन्द्र व राज्य सरकार भूमि का अधिग्रहण कर किसानों को भूमिहीन करने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में कृषि व कृषि योग्य भूमि को बचाने के लिए किसान धरने पर बैठा है, लेकिन आज तक इन किसानों से न तो प्रदेश की सरकार ने और न ही केंद्र सरकार ने यह पूछने तक की जहमत उठाई है कि उन्हें क्या परेशानी है। भूमि बचाओ संघर्ष समिति एवं किसान मजदूर तालमेल कमेटी हरियाणा के बैनर तले पिछले एक वर्ष से चल रहे किसानों के धरने का एक वर्ष पूरा होने पर आयोजित किए गए किसान महासम्मेलन में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसान अपने संघर्ष को जारी रखे और धरने पर डटे रहे। जब वे सत्ता में आऐंगे तो किसानों को उनकी अधिग्रहीत भूमि चाहे उस पर इमारतें खड़ी हो जाए या फिर उन पर उद्योग धंधे स्थापित हो जाए,हर हाल में वापस दिलाई जाएगी। इसके साथ ही सत्ता में आने पर ऐसा कानून पास किया जाएगा कि किसान अपनी जमीन का सर्वेसर्वा होगा। फिर चाहे व अपनी जमीन पर बुआई करे या फिर खुद ही प्लाट काट कर उन्हें बेचे। कोई भी किसान की जमीन का अधिग्रहण न कर पाए, लेकिन किसानों को इसके लिए एकजुटता दिखानी पड़ेगी।उन्होंने किसानों को अपना समर्थन देते हुए कहा कि वे एक किसान होते हुए किसानों के साथ है और किसानों के हक की आवाज को विधानसभा सत्र में भी जोर-शोर से उठाएंगे। किसान महा सम्मेलन की अध्यक्षता किसान मजदूर तालमेल कमेटी हरियाणा अध्यक्ष महावीर सिंह गुलिया ने की।

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