
तो सत्ती होंगे भाजपा के खेवनहार
नेता सतपाल सत्ती पार लगाएंगे। शांता धड़े द्वारा आंखें दिखाने और पार्टी के भीतर फटे ज्वालामुखी 
के बाद सत्ती प्रदेश भाजपा के नए कप्तान होंगे। प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर इंतजार केवल शनिवार को 
पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी के मुहर लगाने का है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में अरसे से 
अहम पदों पर रह चुके सत्ती को संघ का भी समर्थन है। शांता व धूमल धड़े के साथ समन्वय करना 
सत्ती की असल चुनौती होगी। सत्ती को जिस दौर में संगठन का जिम्मा दिया गया है उस वक्त पार्टी में 
कई दिशाएं बन चुकी हैं व झगड़े-झमेले के बीच सरकार को फिर से सत्ता में लाने का कठिन कार्य 
उनके जिम्मे होगा। वर्तमान पार्टी अध्यक्ष खीमी राम चूंकि कुल्लू जिले से हैं और कुल्लू में महेश्वर 
सिंह के पार्टी छोड़ने के बाद खीमी राम को मंत्री पद दिया जा सकता है। शिमला से मंत्रीपद के 
इंतजार में बैठे सुरेश भारद्वाज का नंबर लगना कठिन होगा। संगठन व अपने चुनावी हलके में शिद्दत 
से जुटे सत्ती को अब नई जिम्मेदारी दी गई है। यह जिम्मा उस वक्त जब पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं 
है। शांता खेमा नाराज चल रहा है जबकि पार्टी की छोड़ कई नेता नया दल बना चुके हैं।
 
 
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