Friday, March 14, 2014

करनाल का चावल निर्यातक पहुंचा मुंबई जेल

न्यायाधीश ने भेजा 14 दिन की न्याययिक हिरासत में
मामला :- वायदाकारोबार में 600 करोड़ से अधिक घोटाले का
करनाल, 14 मार्च (चावला/लाम्बा) : एन.एस.ई.एल. के माध्यम से वायदाकारोबार में कई सौ करोड़ के घोटाले के आरोप में फंसे करनाल के प्रसिद्ध चावल निर्यातक सुरेंद्र गुप्ता मुंबई जेल में पहुंच गए है। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले मुंबई की क्राईम ब्रांच पुलिस ने छापा मारकर उन्हें गिरफ्तार किया था। इससे पहले मुंबई की क्राईम ब्रांच पुलिस 2013 में भी जांच करने के लिए करनाल आई थी। बताया जा रहा है कि मधुबन थाने की पुलिस क्राईम ब्रांच की पुलिस को यहां साथ लेकर आई थी। उस समय जांच चल रही थी, लेकिन जांच पूरी हो जाने के बाद क्राईम ब्रांच पुलिस ने प्रसिद्ध चावल निर्यातक सुरेंद्र गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि मुंबई के रहने वाले पंकज सर्राफ ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की थी। इस मामले में पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत एन.एस.ई.एल. कंपनी के चेयरमैन शंकर लाल गुरु, वाईस चेयरमैन जिगनेश शाह, निदेशक बी.डी. पंवार, निदेशक जोसफेमैसे, निदेशक अंजनी सिन्हा, निदेशक श्रीकांत जवालगेकर, निदेशक रमन नाथन तथा कंपनी के अमित मुखर्जी, करनाल के मनीषचंद्रा पांडेय एवं अन्य लोगों के साथ-साथ कंपनी से जुड़े ट्रेडिंग सदस्य तथा ब्रोकर व अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। यह मामला 30 सितम्बर 2013 को दर्ज हुआ था। शिकायत में कहा गया था कि इसमें 25 ऐसी कपंनियां हैं जो पूरी तरह से डिफाल्टर हैं। बताया जा रहा है कि सुरेंद्र गुप्ता ने पी.डी. एग्रो प्रोसैसर प्राईवेट लिमिटेड नाम से कपंनी का गठन किया था। जिसमें इनकी पत्नी कपंनी की प्रमुख बनाई गई थी। इसके अलावा सिरसा की नामधारी राईस एंड जनरल मिल्स का नाम भी शिकायतकर्ता द्वारा दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि दलालों के माध्यम से यह वायदा कारोबार किया जाता था। जिसमें आरोप लगाया गया है कि करनाल की पी.डी. एग्रो ने पैसा लगाने वालों को कई झूठे दिलासे दिए थे। शिकायतकर्ता ने  पुलिस को बताया है कि लोगों के करोड़ों रुपए वायदा कारोबार के चलते स्वाह हो गए। लोगों ने अपने खून पसीने की कमाई वायदा कारोबार के जरिए एन.एस.ई.एल. के माध्यम से इन कंपनियों में लगाई थी। जिसमें कई ब्रोकर भी शामिल थे। पंकज सर्राफ ने मुंबई से फोन पर बताया कि उनके भी करोड़ों रुपए फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि वायदाबाजार कारोबार के तहत भविष्य ट्रेडिंग को लेकर माल के सौदे किए गए थे। जिसमें डेट-टू-डेट में पेमैंट करने का वायदा किया गया था और कुछ कपंनियों ने अपनी वैबसाईट पर यह भी दर्शाया था कि वह अलग से फंड भी रखते हैं और सामान भी उनके पास स्टॉक  है। यही नही पंकज सर्राफ ने बताया है कि कुछ कंपनियों ने रसीदें भी वैबसाईट पर डाली हुई थी। जब पेमैंट देने का समय आया तो न स्टॉक निकला और न ही पैसे। उन्होंने यह भी बताया कि 25 में से 6 कंपनियां तो ऐसी हैं जो केवल 3 साल में बनाई गई। बताया जा रहा है कि हरियाणा के कई ब्रोकर और दलाल वायदाबाजार के कारोबार के इस खेल में शामिल हैं। नामी गिरामी कंपनियों ने लोगों को बेवकूफ बनाकर करोड़ों इकट्ठे कर लिए। बताया जा रहा है कि करनाल में दुनार फूड पर पड़ा सी.बी.आई. का छापा इस वायदाबाजार के कारोबार के खेल को लेकर पड़ा है। सी.बी.आई. अलग से इस मामले की जांच में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि सी.बी.आई. ने भी कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उसमें करनाल के व्यापारी भी शामिल हो सकते हैं, लेकिन इसकी अभी पुष्टि नही हो पा रही है। कई लोगों ने अपनी बेटी की शादी  करनी थी, लेकिन उन्हें पैसे नही मिले। करनाल के कई लोग सिर पकड़कर रो रहे हैं। यही नही करनाल के बड़े-बड़े व्यापारियों की करोड़ों की रकम पर पानी फिरता हुआ नजर आ रहा है। घोटालों के आरोप के चलते ई.डी. द्वारा करनाल की पी.डी.एग्रो की 50 करोड़ की संपत्ति अटैच कर ली गई है। यह रकम मनी लाऊंडरिंग एक्ट के तहत अटैच की गई है। बताया जा रहा है कि जांच में सामने आया है कि पी.डी. एग्रो करनाल स्थित दुनार फूड कंपनी का ही एक हिस्सा है। दुनार अमृतसर और करनाल में बासमती चावल निर्मित कर उसका मार्किट में एक्सपोर्ट करती है। फिलहाल सी.बी.आई. की टीम भी आवश्यक सबूत और दस्तावेज साथ ले गई है। जल्दी ही इस मामले में और गिरफ्तारियां होंगी।

सी.बी.आई. साथ ले गई अहम दस्तावेज
मामला : दूनार फूड पर सी.बी.आई. छापे का
करनाल, 14 मार्च (चावला/लाम्बा) : वीरवार को सी.बी.आई. द्वारा करनाल की एक राईसमिल दुनार फुड पर छापामार कार्रवाई आधी रात के बाद तक जारी थी। करीब 2 टीमें दुनार फूड में आई हुई थी। इन टीमों ने सैक्टर-7 स्थित एक मकान पर भी छापा मारा, लेकिन वहां कोई नही मिला। बाद में सी.बी.आई. की टीम बैरंग दुनार फूड पहुंच गई। आज दिनभर सी.बी.आई. के छापे की खबर करनाल में व्यापारियों की चर्चा का विषय बनी रही। दुनार फूड पर आयकर विभाग की टीम भी पहले छापा मार चुकी है और अब सी.बी.आई. छापे के बाद पूरे करनाल में हड़कंप मचा हुआ है। काबिलेगौर है कि वायदाबाजार कारोबार को लेकर हुए बड़े घोटाले में दुनार फूडस की एक संबधित कंपनी के खिलाफ जांच चल रही थी। जिसमें व्यापक भ्रष्टाचार उजागर हुआ था। लिहाजा सी.बी.आई. की टीम ने दुनार फूडस के दिल्ली, करनाल और अमृतसर स्थित ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। रात-12 बजे के बाद भी सी.बी.आई. की जांच दुनार फूड में जारी रही। बताया जा रहा है कि सी.बी.आई. की टीम व्यापारित संस्थान से अहम दस्तावेज साथ ले गई है। सी.बी.आई. की टीम को अहम सुराग मिले हैं।

No comments:

Post a Comment