Saturday, March 8, 2014

करनाल सीट को लेकर भाजपा और हजकां का गतिरोध खत्म

भाजपा के आलानेताओं ने करनाल सीट को डाला हजकां के खाते में
विनोद शर्मा की संभावनाएं खत्म, कुलदीप बिश्रोई, चंद्रमोहन, रेणूका बिश्रोई और अविनाश पालीवाल के नाम पैनल में
2 दिन में हो सकता है करनाल के प्रत्याशी का ऐलान
करनाल, 8  मार्च (अनिल लाम्बा) : करनाल सीट को लेकर हजकां और  भाजपा में चला आ रहा गतिरोध खत्म हो गया है। सुविज्ञ सूत्रों ने जानकारी दी है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण अड़वानी के निवास पर हुई बैठक में पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राजनाथ सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज व अन्य नेताओं ने करनाल सीट को भाजपा के हवाले करने का फैसला लिया है। इसकी औपचारिक घोषणा भी शनिवार को की जा सकती है। हालांकि हजकां और भाजपा के दिग्गज नेता करनाल सीट को लेकर हुए फैसले के सवाल के जवाब में बचते रहे, लेकिन भाजपा के आलानेताओं ने गठबंधन के तहत 2 सीटों पर चुनाव लडऩे को लेकर हिसार और करनाल को हजकां की झोली मे डाल दिया। हिसार सीट से मौजूदा सांसद कुलदीप बिश्रोई का लडऩा तय बताया जा रहा है। विनोद शर्मा के नाम पर अभी भी संशय बरकरार है। यह भी बताया जा रहा है कि आने वाले दो दिनों में हजकां करनाल सीट के प्रत्याशी को लेकर नाम की घोषणा कर सकती है। कांग्रेस से इस्तीफा देकर हाशिए पर पहुंचे विनोद शर्मा को लेकर फिलहाल संशय बरकरार है। बताया जा रहा है कि विनोद शर्मा को हजकां में लाने की तैयारी की जा रही थी। उसकी औपचारिक घोषणा भी की जानी थी। लेकिन ऐन वक्त पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने ऐतराज जता दिया। हालांकि सूत्र यह बता रहे हैं कि हजकां के प्रमुख कुलदीप बिश्रोई अभी भी  भाजपा नेताओं को विनोद शर्मा के नाम को लेकर मनाने में जुटे हुए हैं। लेकिन इस बारे में कुलदीप बिश्रोई से जब बार-बार संपर्क साधा गया तो उनसे संपर्क नही हो पाया।  इधर हजकां के मीडिया प्रभारी देवीलाल बिश्रोई ने भी विनोद शर्मा के नाम को लेकर कुछ भी बताने से मना कर दिया। पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता चंद्रमोहन बिश्रोई से भी जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नही है। विनोद शर्मा को हजकां में करनाल सीट पर लाया जाऐगा या फिर नही। इस पर कोई कुछ बताने को तैयार नही है। अब यह माना जा रहा है कि हजकां की तरफ से विनोद शर्मा को लोकसभा की टिकट दिए जाने की संभावनाएं लगभग समाप्त हो गई हैं। क्योंकि भाजपा के कड़े ऐतराज के बाद भाजपा हाईकमान अपने  कार्यकत्र्ताओं को इस बात की दुहाई दे रही है कि उनके इस एतराज को कि विनोद शर्मा को करनाल से प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है। इसे रोक दिया गया है, लेकिन गठबंधन के चलते साथी नेताओं की बात को भी दरकिनार नही किया जा सकता। इसलिए करनाल सीट हजकां की झोली में डाली जा रही है। सुविज्ञ सूत्रों ने यह भी बताया कि करनाल सीट से 4 नामों के पैनल सामने आ रहे हैं। जिनमें मौजूदा सांसद कुलदीप बिश्रोई, उनकी पत्नी रेणूका बिश्रोई, कुलदीप बिश्रोई के बड़े भाई चंद्रमोहन तथा पानीपत के अविनाश पालीवाल शामिल हैं। यदि कुलदीप बिश्रोई हिसार से लड़े तो बाकी के तीनों में से करनाल सीट पर किसी को भी प्रत्याशी बनाया जा सकता है। अगले दो दिनों में करनाल सीट के प्रत्याशी का फैसला होने का ऐलान हो सकता है। बरहाल करनाल सीट के हजकां के खाते में चले जाने के बाद भाजपा के चुनावी उम्मीदवारों को करारा झटका लगा है। पिछले 2 दिनों से पानीपत और करनाल के भाजपा नेता हाईकमान के पास जाकर करनाल सीट को भाजपा की परम्परागत सीट होने की दुहाई देकर इसे भाजपा के खाते में डाले जाने की लगातार दुहाई दे रहे थे। मराठा वीरेंद्र वर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री आई.डी.स्वामी, पूर्व उद्योग मंत्री शशिपाल मैहता समेत कई भाजपा दिग्गज करनाल सीट के दावेदार थे। अब हजकां प्रत्याशी करनाल सीट से चुनाव लड़ेगा।

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