एस.ई.जेड के नाम पर अधिग्रहित भूमि वापिस हो : अजय चौटाला 
सिरसा,(अनिल लाम्बा) :  इनेलो के प्रधान महासचिव व विधायक डा. अजय सिंह चौटाला ने आज कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में विशेष आर्थिक जोन (एसईजेड) के नाम पर किसानों की भूमि को कौडिय़ों के दाम अधिगृहीत कर जिस प्रकार भू-माफिया को लाभ पहुंचाने का वर्तमान प्रदेश सरकार पर इनेलो ने आरोप लगाया था, वह अब रिलायंस द्वारा एसईजेड पर अपनाए गए रवैये से सिद्ध हो गया है। यह जमीन किसानों को वापस होनी चाहिये। इस सरकार के मुखिया झूठी घोषणाएं कर प्रदेश की जनता को भ्रमित करने का प्रयास करते हैं। आज प्रदेश में पूरी तरह से अराजकता का माहौल है। प्रदेश कर्ज में डूब गया है, कर्मचारियों को वेतन देने के लिए धन नहीं है और कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) जैसी प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण परियोजनाओं को समय पर पूरा न करने वालों को बार-बार परियोजना पूरी करने हेतु समयवृद्धि में भी भ्रष्टाचार की बू आती है। आगामी विधानसभा सत्र में जनता से जुड़े इन महत्वपूर्ण मुद्दों को इनेलो सदन में उठाएगा और यदि सरकार ने अपना अलोकतांत्रिक रवैया अपनाकर सदन में विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास किया तो प्रदेश में न्याय युद्ध जैसा आंदोलन छेड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि बिजली वितरण का निजीकरण करना है तो वह उन जिलों से शुरू हो, जहां बिजली चोरी अधिक है। श्री चौटाला सिरसा स्थित चौटाला हाऊस में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिरसा स्थित चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय की तरफ सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि इनेलो इस विश्वविद्यालय के विकास के लिए 80 करोड़ रुपया छोड़कर गई थी, जिसे वापस मंगवाया गया। इस विश्वविद्यालय के विकास का बार-बार श्रेय लेने वाले मुख्यमंत्री बताएं कि इस विश्वविद्यालय के विकास के लिए दी गई भूमि में से आधी वापस क्यों की गई? इनेलो ने इस विश्वविद्यालय को सम्बद्ध विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया था, जिसे बंद करने का प्रयास किया गया परन्तु स्थानीय जनता के दबाव ने सरकार को इस विश्वविद्यालय को बंद नहीं होने दिया। अब सरकार ने पुन: इसे सम्बद्ध विश्वविद्यालय बनाया है जो इनेलो के निर्णय को सही ठहराता है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के विकास के लिए अभी भी सरकार पैसा नहीं दे रही, जिस कारण विश्वविद्यालय का विकास अवरुद्ध हुआ है। अभी भी विश्वविद्यालय का अपना प्रशासनिक भवन ही नहीं है। अजय चौटाला ने आरोप लगाया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार जिस प्रकार सेवानिवृत्त अधिकारियों को सूचना आयोग जैसे महत्वपूर्ण पदों तथा सलाहकारों के रूप में पुरस्कृत कर रही है, उससे स्पष्ट है कि यह सरकार भ्रष्टाचारियों को महत्वपूर्ण पदों पर बिठाकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे अपनी गलत कारगुजारियों को छुपाना चाहती है। रोहतक व किलोई में दूसरे जिलों की योजनाओं को लागू किया जा रहा है। इनेलो नेता ने मुख्यमंत्री हुड्डा को कोरी घोषणाओं वाला मुख्यमंत्री करार देते हुए कहा कि वे आंकड़ों के माध्यम से जनता को भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिरसा से दिल्ली को जोडऩे वाली किसान एक्सप्रेस भी इनेलो के प्रयासों से चली है। उसके पश्चात अब तक सिरसा को रेल सुविधाएं या स्थानीय रेलवे स्टेशन पर कोई और विकास कार्य केवल कांग्रेस नेताओं के भाषणों में ही आश्वासन के रूप में मिला है। एक प्रश्र के उत्तर में इनेलो नेता ने कहा कि इनेलो ने हमेशा ही भूमि अधिग्रहण के नाम पर हो रहे घोटालों को बार-बार उठाया है। उन्होंने मांग की कि एनसीआर में एसईजेड के नाम पर किसानों की अधिगृहीत भूमि को सरकार शीघ्रता से किसानों को वापस करे। इनेलो नेता ने सरकार पर आरोप लगाया कि पीले व गुलाबी कार्डों को काटकर गरीबों को परेशान किया जा रहा जबकि सम्मानित बुर्जुगों को पेंशन के नाम पर भिखारी बना दिया है। उन्होंने कहा की कांगे्रस सरकार विपक्ष को जनहित के मुद्दों पर अपनी आवाज नहीं उठाने देती लेकिन इनेलो पार्टी आने वाले बजट सत्र के दौरान विधानसभा में सरकार की जनविरोधी नीतियों का डटकर विरोध करेगी। बिजली निगम द्वारा प्रदेश की जनता को धरोहर राशि और देने के निर्णय पर भी उन्होंने हैरानी जताई। उन्होंने मांग की कि यदि बिजली वितरण का निजीकरण करना ही है तो उन जिलों का हो जहां बिजली चोरी अधिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि किलोई और सांघी में 90 प्रतिशत तक बिजली चोरी है। उन्होंने चेतावनी दी कि मुख्यमंत्री कर्मचारियों और जनता के हितों से न खेलें। इस अवसर पर पूर्व मंत्री भागीराम, इनेलो के जिलाध्यक्ष पदम जैन, सिरसा नगर परिषद अध्यक्ष सुरेश कुक्कू, पार्षद कृष्णा फौगाट, जिला मीडिया प्रभारी तरसेम मिढ़ा, आर के भारद्वाज, डा. हरि सिंह भारी तथा युवा नेता महावीर बागड़ी सहित अनेक नेता उपस्थित थे।

 
 
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