Monday, May 7, 2012

स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत 1620 लोगो को रोजगार दिया गया


करनाल, (इंडिया विसन) : जिला परिषद के अध्यक्ष अंग्रेज सिंह धूमसी की अध्यक्षता में आयोजित जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण की आज स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित बैठक में वर्ष 2011-12 में हुए विकास कार्यो की समीक्षा की गई और पंचायती राज से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए कि वे गांव में मनरेगा स्कीम के तहत विकास कार्य करवाएं। इस स्कीम के तहत इस वर्ष 37 करोड़ रूपए का बजट रखा गया है। 
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त एम.के.पांडूरंग ने जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण के तहत चलाई जा रही स्कीमों की जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत 1620 लोगो को रोजगार दिया गया, जिनमें 852 अनुसूचित जाति तथा 1512 महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना पर 2 करोड़ 21 लाख 19 हजार रूपए खर्च किए गए तथा स्वर्णजयन्ती शहरी योजना के तहत 53 लाख रूपए खर्च किए गए। 
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि गत वर्ष मनरेगा स्कीम के तहत 15 करोड़ 49 लाख रूपए खर्च किए गए। इस स्कीम के तहत 16 हजार 894 लोगो को रोजगार दिया गया तथा 5 लाख 73 हजार मेनडेज सृजित किए गए। इन्दिरा गांधी आवास  योजना के तहत 5 करोड़ 45 लाख 49 हजार रूपए खर्च करके 1211 गरीब परिवार के लोगो के मकान बनवाए गए। इसी प्रकार एम.पी.लैड स्कीम के तहत गत वर्ष 2 लाख 4 हजार रूपए खर्च किए गए, जिसमें 229 कार्य करवाए गए। उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत गत वर्ष एक करोड़ 96 लाख 93 हजार रूपए खर्च किए गए। इस राशि से 46 हजार 15 व्यक्तिगत शौचालय, 98 महिला सैनेटरी कम्पलैक्स, 826 स्कूलों व 506  आंगनवाडिय़ों में शौचालय बनवाए गए। 
अतिरिक्त उपायुक्त ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे असन्ध उपमण्डल के गांव सालवन,पाढा,पक्का खेड़ा, ठरवा माजरा, शेखुपुरा, कुरलन तथा अलावला मे हरियाली स्कीम को बढ़ावा देने के लिए कार्य करें। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन गांवो में पौधारोपण करें ताकि हरियाली को बढ़ावा मिल सके। 
अतिरिक्त उपायुक्त ने बैठक में उपस्थित सभी उपमण्डलाधीशों से कहा कि वे सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी लेने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर निरीक्षण करें ताकि कार्य में पारदर्शिता लाई जा सके।  

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