मंडी डबवाली/रानिया, (इंडिया विसन) : हुड्डा सरकार शिक्षकों का उत्पीडऩ करना तुरंत बंद करे और शिक्षकों की नियुक्तियों व पदोन्नतियों को लेकर दिए गए तुगलकी फरमानों को तुरंत वापस ले। यह बात डबवाली के विधायक एवं इनेलो के प्रधान महासचिव डा. अजय सिंह चौटाला ने शनिवार सांय निकटवर्ती कस्बा ऐलनाबाद में कार्यकर्ताओं की बैठक को सम्बोधित करने उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
विधायक ने प्रदेश में आंदोलनरत पात्र, गेस्ट व कार्यरत शिक्षकों में उत्पन्न हुए रोष के लिए सीधे रूप से हुड्डा सरकार की अदूरदर्शी शिक्षा नीति को जिम्मेवार बताया। उन्होंने कहा कि भावी शिक्षकों के दो वर्गों को आपस में लड़ाने की दृष्टि से बनाई गई प्रदेश सरकार की शिक्षा नीति के चलते स्कूलों में शिक्षा का बेड़ा-गर्क हो गया है और लाखों भावी शिक्षकों का भविष्य पर तलवार लटकी हुई है। चौटाला ने हुड्डा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बार-बार हर मोर्चे पर मुंह की खाने के बाद भी शिक्षा नीति को लेकर प्रदेश सरकार सबक नहीं ले रही है। उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आए दिन शिक्षा नीति में परिवर्तन कर आखिर सीएम क्या चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार की गलत शिक्षा नीति का परिणाम है कि आज शिक्षकों को आत्मदाह जैसे कठोर कदम पर विचार करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग को एक प्रयोगशाला बना दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति का दुष्परिणाम है कि आज हजारों गेस्ट टीचर का भविष्य दांव पर लगा हुआ है वहीं हजारों पात्र शिक्षक रोजगार के लिए वर्षों से भटक रहे हैं और सरकार कार्यरत शिक्षकों पर एचटेट पास करने जैसी शर्त थोंप कर उनका मानसिक शोषण कर रही है।
इनेलो महासचिव ने हुड्डा सरकार से जेबीटी, मास्टर व लेक्चरर की पदोन्नतियों में लागू की गई एचटेट पास करने की अनिवार्यता समाप्त करने सहित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए लागू किए गए विवादास्पद नियमों को तुरंत वापस करने, खाली पड़े हजारों शिक्षकों के पदों को भरने व आंदोलनरत शिक्षकों की मांगों को पूरा करने की मांग की।
इससे पहल कार्यकर्ताओं की बैठक में डा. अजय सिंह चौटाला ने पीएलडीए चुनावों में पार्टी प्रत्याशी केसराराम को अधिक से अधिक मतों से विजयी बनाने, पार्टी संगठन को और मजबूत करने, सदस्यता अभियान सुचारू रूप से चलाए जाने का आह्वान किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री भागीराम, हलका प्रधान अभय सिंह खोड, मोहनलाल झोरड़, अशोक डूडी, विजय सिंह खोड, जगदीश नंबरदार, प्रवीन फुटेला सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
विधायक ने प्रदेश में आंदोलनरत पात्र, गेस्ट व कार्यरत शिक्षकों में उत्पन्न हुए रोष के लिए सीधे रूप से हुड्डा सरकार की अदूरदर्शी शिक्षा नीति को जिम्मेवार बताया। उन्होंने कहा कि भावी शिक्षकों के दो वर्गों को आपस में लड़ाने की दृष्टि से बनाई गई प्रदेश सरकार की शिक्षा नीति के चलते स्कूलों में शिक्षा का बेड़ा-गर्क हो गया है और लाखों भावी शिक्षकों का भविष्य पर तलवार लटकी हुई है। चौटाला ने हुड्डा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बार-बार हर मोर्चे पर मुंह की खाने के बाद भी शिक्षा नीति को लेकर प्रदेश सरकार सबक नहीं ले रही है। उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आए दिन शिक्षा नीति में परिवर्तन कर आखिर सीएम क्या चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार की गलत शिक्षा नीति का परिणाम है कि आज शिक्षकों को आत्मदाह जैसे कठोर कदम पर विचार करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग को एक प्रयोगशाला बना दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति का दुष्परिणाम है कि आज हजारों गेस्ट टीचर का भविष्य दांव पर लगा हुआ है वहीं हजारों पात्र शिक्षक रोजगार के लिए वर्षों से भटक रहे हैं और सरकार कार्यरत शिक्षकों पर एचटेट पास करने जैसी शर्त थोंप कर उनका मानसिक शोषण कर रही है।
इनेलो महासचिव ने हुड्डा सरकार से जेबीटी, मास्टर व लेक्चरर की पदोन्नतियों में लागू की गई एचटेट पास करने की अनिवार्यता समाप्त करने सहित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए लागू किए गए विवादास्पद नियमों को तुरंत वापस करने, खाली पड़े हजारों शिक्षकों के पदों को भरने व आंदोलनरत शिक्षकों की मांगों को पूरा करने की मांग की।
इससे पहल कार्यकर्ताओं की बैठक में डा. अजय सिंह चौटाला ने पीएलडीए चुनावों में पार्टी प्रत्याशी केसराराम को अधिक से अधिक मतों से विजयी बनाने, पार्टी संगठन को और मजबूत करने, सदस्यता अभियान सुचारू रूप से चलाए जाने का आह्वान किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री भागीराम, हलका प्रधान अभय सिंह खोड, मोहनलाल झोरड़, अशोक डूडी, विजय सिंह खोड, जगदीश नंबरदार, प्रवीन फुटेला सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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