चंडीगढ़, (जयश्री राठौड़) : उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने कहा है कि देश की न्यायिक प्रणाली को साधारण लोगों की पहुंच के योगय बनाने की आवश्यकता है, ताकि निर्धन व जरूरतमंद लोगों को न्याय हासिल करने में कोई मुश्किल न हो सके। शनिवार को यहां पंजाब हरियाणा बार कौंसिल के स्वर्ण जयंती समागम को संबोधित करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि वकील समाज के मार्गदर्शक हैं और इन्हें वकालत को एक व्यवसाय न मानकर इसे सामाजिक जि मेवारी मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि वकीलों का काम समाज को न्याय दिलाने का है तथा इस कार्य को ईमानदारी से निभाने की आवश्यकता है। उन्होंने पंजाब हरियाणा बार कौंसिल के स्वर्ण जयंती समागम पर वकीलों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि वकील अदालत के अधिकारी होते हैं तथा वे न्यायिक प्रणाली में अहम भूमिका निभाते हैं। इस समागम दौरान केंद्रीय न्याय मंत्री सलमान खुर्शीद, केंद्रीय संसदीय कार्य एवं जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बांसल, सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश स्वतंत्र कुमार, सिक्किम हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश प्रमोद कोहली, पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के कार्यकारी मु य न्यायधीश एम.एम.कुमार, बार कांैसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा, पंजाब हरियाणा बार कौंसिल के चेयरमैन लेखराज शर्मा तथा विभिन्न अदालतों के न्यायधीश उपस्थित थे। इस अवसर पर संबोधित करते हुए पंजाब के राज्यपाल शिवराज पाटिल ने पंजाब हरियाणा बार कौंसिल की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के युग में वकीलों पर अधिक जि मेवारी हैं तथा उनकी डगर कठिन है। उन्होंने कहा कि लोगों को उनके अधिकारों तथा न्याय के प्रति जागरूक करके देश की न्यायिक प्रणाली से जोडऩा वकीलों का सबसे अहम जि मेवारी है। उन्होंने कहा कि देश की मौजूदा न्यायिक प्रणाली में न्याय मिलने में हो रही देरी को रोकने के लिए इसमें सुधार करने की आवश्यकता है। उन्होंने नए कानून बनाए जाने की वकालत करते हुए कहा कि लोगों की सेहत की रक्षा व आत्म रक्षा जैसे कानून बनाने की आवश्यकता है। केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार वकीलों की सुविधा के लिए व्यापक योजनाएं बना रही हैं। उन्होंने कहा कि युवा वकीलों के पहले तीन साल की प्रैक्टिस के दौरान सहायता के रूप में भत्ता देने तथा वकीलों के लिए बीमा योजना लागू करने संबंधी विचार किया जा रहा है। केंद्रीय संसदीय कार्य एवं जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बांसल ने कहा कि वकील समाज को सही दिशा में ले जाने वाले मार्ग दर्शक हैं तथा उन्हें अपनी यह भूमिका अच्छे ढंग से निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अपनी वकालत की पढ़ाई व्यवसाय तक ही सीमित करना वाजिब नहीं है, बल्कि इसको देश व समाज की भलाई के लिए सदुपयोग में लाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश स्वतंत्र कुमार ने कहा कि पंजाब हरियाणा बार कौंसिल देश की सर्वाधिक पुरातन बार कौंसिलों में शामिल है तथा इसने अनेकों प्राप्तियां की हैं। उन्होंने कहा कि देश के लिए वकीलों का अहम योगदान है तथा वकील दूसरों की जिंदगी में आने वाले संकटों को दूर करने में अहम भूमिका निभाते हैं। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के कार्यकारी चीफ जस्टिस एम.एम. कुमार ने कहा कि पंजाब हरियाणा बार कौंसिल से संबंधित वकीलों में से सबसे ज्यादा वकील न्यायधीश के पद पर नियुक्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि वकालत से जुड़े हर सदस्य को चाहिए कि वह न्यायिक प्रणाली को आम लोगों की पहुंच वाली बनाए। बार कौंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि भारत न्यायिक व्यवसाय में विश्व भर में अग्रणि है तथा सर्वाधिक सं या में वकील हैं। उन्होंने कहा कि निचले स्तर पर कानूनी जानकारी मुहैया करवाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए खुशी वाली बात है कि पांच वर्षीय वकालत की डिग्री अन्य व्यवसायिक डिग्रियों से ज्यादा लोकप्रिय है, जिसमें प्रत्येक वर्ष छात्रों की सं या में वृद्धि हो रही है। इस अवसर पर कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने हरियाणा के एडवोकेट जनरल हवा सिंह हुड्डा, जस्टिस कुलदीप ङ्क्षसह तथा एच.एल.सिब्बल को लाइफ टाइम अचीवमैंट का अवार्ड दिया। हालांकि एच.एल.सिब्बल के मौजूद न होने के कारण यह अवार्ड उनके घर जाकर दिया गया। इसके अलावा वकालत व्यवसाय में 50 वर्ष की आयु बिता चुके करीब 250 वकीलों को भी सम् मानित किया गया। इस समागम के शुरू में वाटिका स्कूल के मूकबधिर बच्चों ने अन्य बच्चों के साथ मिलकर राष्ट्रगान को विशेष ढंग से पेश किया। इस अवसर पर पंजाब के एडवोकेट जनरल अशोक अग्रवाल सहित देश के विभिन्न भागों से आए 99 बार कौंसिलों के चेयरमैन व सदस्यों भी मौजूद थे। पाकिस्तान बार कौंसिल के आरिफ चौधरी के नेतृत्व में आए वकीलों के प्रतिनिधि मंडल ने भी समागम में शिरकत की। समागम के अंत में भूपिन्द्र सिंह राठौर ने आए हुए मेहमानों का आभार व्यक्त किया।

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