नयी दिल्ली, (इंडिया विसन) : अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद को मुंबई पर आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं में से एक मानते हुए पाकिस्तान से दो टूक कहा है कि वह आतंकवादी गतिविधियों के लिए अपनी सरजमीं का इस्तेमाल रोकने के लिए ठोस कदम उठाये।
विदेश मंत्री एस एम कृष्णा से बातचीत के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री श्रीमती हिलेरी क्लिंटन ने आज यहां एक संयुक्त पत्रकार सम्मेलन में कहा कि आतंकवादियों को उनके नापाक मंसूबों को अंजाम देने से रोकने के लिए अमेरिका हर संभव कदम उठायेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसकी सरजमीं का इस्तेमाल देश के अंदर और बाहर हमलों के लिए आतंकवादियों द्वारा लांचिंग पैड की तरह न किया जाये।
हिलेरी ने कहा कि अमेरिका के पास ऐसा मानने की ठोस वजह है कि लश्कर -ए-तैयबा का संस्थापक और जमात उद दवा का मुखिया हाफिज सईद मुंबई पर आतंकी हमलों के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक रहा है।
भारत के विदेशमंत्री एस एम कृष्णा ने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध पाकिस्तान द्वारा ठोस कदम उठाये जाने की जरूरत है तथा उसे मुंबई हमलों के दोषियों को कानून के शिकंजे तक पहुंचाने के लिए कुछ और कदम उठाने चाहिए। कृष्णा ने कहा कि पड़ोस में आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाहों के खात्मे की जरूरत है और पाकिस्तान को जरूरी कदम उठाने चाहिए। आज विदेश मंत्रियों की बातचीत में भारत और अमेरिका ने आतंकवाद से मिल कर लडऩे का वायदा किया और पाकिस्तान पर आतंकियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ाने पर सहमति जतायी। हिलेरी और कृष्णा की बातचीत में मुंबई हमला और पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान तथा ईरान मुद्दों पर भी चर्चा हुई। दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जतायी कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम से उत्पन्न संकट के संवाद के जरिये शांतिपूर्ण समाधान निकाले जाने की जरूरत है। हिलेरी ने उम्मीद जतायी कि ईरान से तेल आयात में भारत और कटौती करेगा, जबकि कृष्णा ने कहा कि इस मुद्दे पर भारत-अमेरिका के बीच कोई असहमति नहीं है, ईरान मुद्दे को ऊर्जा कारोबार से परे देखने की जरूरत है।
अफगानिस्तान पर चर्चा के दौरान कृष्णा ने कहा कि वहां हाल के आतंकी हमले इस बात की जरूरत को रेखांकित करते हैं कि पड़ोस में आतंकी पनाहगाहों को नष्ट किया जाना चाहिए।
हिलेरी ने कहा कि हम सब हिंसक उग्रवाद पर काबू पाने की बात पर सहमत हैं। पाकिस्तान यह सुनिश्चित करने के लिए अधिक प्रयास करे कि आतंकवादी देश के अंदर या बाहर कहीं भी अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उसकी भूमि का इस्तेमाल न करें। ईरान के मामले में हिलेरी ने कहा कि अमेरिका ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में भारत को एक भागीदार के रूप में देखता है और यह भी चाहता है कि यह देश ईरान से तेल आयात में कमी लाए।
कृष्णा ने कहा कि ईरान मसले को ऊर्जा व्यापार से ऊपर उठकर देखना चाहिए। भारत के खाड़ी देशों से महत्वपूर्ण हित जुड़े हुए हैं, वहां छह करोड़ भारतीय रहते हैं और रोजी रोटी कमाते हैं।
सईद पर इनाम हमारी गंभीरता का आईना : हाफिज सईद को मुंबई आतंकवादी हमले का ‘मुख्य साजिशकर्ताÓ बताते हुए अमेरिका ने आज कहा कि उसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखना मुद्दे पर अमेरिका की ‘गंभीरताÓ को दर्शाता है। साथ ही क्लिंटन ने पाकिस्तान से कहा कि वह अपने भूक्षेत्र को आतंकवाद के लिए उपयोग नहीं होने दे।
विदेश मंत्री एस एम कृष्णा से बातचीत के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री श्रीमती हिलेरी क्लिंटन ने आज यहां एक संयुक्त पत्रकार सम्मेलन में कहा कि आतंकवादियों को उनके नापाक मंसूबों को अंजाम देने से रोकने के लिए अमेरिका हर संभव कदम उठायेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसकी सरजमीं का इस्तेमाल देश के अंदर और बाहर हमलों के लिए आतंकवादियों द्वारा लांचिंग पैड की तरह न किया जाये।
हिलेरी ने कहा कि अमेरिका के पास ऐसा मानने की ठोस वजह है कि लश्कर -ए-तैयबा का संस्थापक और जमात उद दवा का मुखिया हाफिज सईद मुंबई पर आतंकी हमलों के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक रहा है।
भारत के विदेशमंत्री एस एम कृष्णा ने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध पाकिस्तान द्वारा ठोस कदम उठाये जाने की जरूरत है तथा उसे मुंबई हमलों के दोषियों को कानून के शिकंजे तक पहुंचाने के लिए कुछ और कदम उठाने चाहिए। कृष्णा ने कहा कि पड़ोस में आतंकवादियों की सुरक्षित पनाहगाहों के खात्मे की जरूरत है और पाकिस्तान को जरूरी कदम उठाने चाहिए। आज विदेश मंत्रियों की बातचीत में भारत और अमेरिका ने आतंकवाद से मिल कर लडऩे का वायदा किया और पाकिस्तान पर आतंकियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए दबाव बढ़ाने पर सहमति जतायी। हिलेरी और कृष्णा की बातचीत में मुंबई हमला और पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान तथा ईरान मुद्दों पर भी चर्चा हुई। दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जतायी कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम से उत्पन्न संकट के संवाद के जरिये शांतिपूर्ण समाधान निकाले जाने की जरूरत है। हिलेरी ने उम्मीद जतायी कि ईरान से तेल आयात में भारत और कटौती करेगा, जबकि कृष्णा ने कहा कि इस मुद्दे पर भारत-अमेरिका के बीच कोई असहमति नहीं है, ईरान मुद्दे को ऊर्जा कारोबार से परे देखने की जरूरत है।
अफगानिस्तान पर चर्चा के दौरान कृष्णा ने कहा कि वहां हाल के आतंकी हमले इस बात की जरूरत को रेखांकित करते हैं कि पड़ोस में आतंकी पनाहगाहों को नष्ट किया जाना चाहिए।
हिलेरी ने कहा कि हम सब हिंसक उग्रवाद पर काबू पाने की बात पर सहमत हैं। पाकिस्तान यह सुनिश्चित करने के लिए अधिक प्रयास करे कि आतंकवादी देश के अंदर या बाहर कहीं भी अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उसकी भूमि का इस्तेमाल न करें। ईरान के मामले में हिलेरी ने कहा कि अमेरिका ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में भारत को एक भागीदार के रूप में देखता है और यह भी चाहता है कि यह देश ईरान से तेल आयात में कमी लाए।
कृष्णा ने कहा कि ईरान मसले को ऊर्जा व्यापार से ऊपर उठकर देखना चाहिए। भारत के खाड़ी देशों से महत्वपूर्ण हित जुड़े हुए हैं, वहां छह करोड़ भारतीय रहते हैं और रोजी रोटी कमाते हैं।
सईद पर इनाम हमारी गंभीरता का आईना : हाफिज सईद को मुंबई आतंकवादी हमले का ‘मुख्य साजिशकर्ताÓ बताते हुए अमेरिका ने आज कहा कि उसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखना मुद्दे पर अमेरिका की ‘गंभीरताÓ को दर्शाता है। साथ ही क्लिंटन ने पाकिस्तान से कहा कि वह अपने भूक्षेत्र को आतंकवाद के लिए उपयोग नहीं होने दे।
ईरान पर अमेरिकी दबाव का विरोध
नयी दिल्ली, (भाषा) : प्रतिबंध का सामना कर रहे ईरान से तेल आयात को और कम करने के अमेरिकी दबाव का विरोध करते हुए भारत ने आज यह साफ कर दिया कि उसे ऊर्जा व्यापार से परे इस मुद्दे को देखना है क्योंकि खाड़ी क्षेत्र में उसके ‘महत्वपूर्ण’ सुरक्षा हित हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने कहा, ’60 लाख भारतीयों के वहां रहने और क्षेत्र की हमारी अर्थव्यवस्था में महत्ता को देखते हुए मैंने फारस की खाड़ी और पश्चिम एशियाई क्षेत्र में शांति और स्थायित्व में हमारे अहम हित के बारे में बताया।’
तीन एशियाई देशों की यात्रा के अंतिम चरण में यहां हिलेरी भारत पर ईरान से तेल का आयात कम करने के लिए दबाव डाल रही हैं ताकि तेहरान पर उसके विवादित परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय मांगों को पूरा करने के लिए दबाव कायम रखा जाए।
अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने कहा, ’60 लाख भारतीयों के वहां रहने और क्षेत्र की हमारी अर्थव्यवस्था में महत्ता को देखते हुए मैंने फारस की खाड़ी और पश्चिम एशियाई क्षेत्र में शांति और स्थायित्व में हमारे अहम हित के बारे में बताया।’
तीन एशियाई देशों की यात्रा के अंतिम चरण में यहां हिलेरी भारत पर ईरान से तेल का आयात कम करने के लिए दबाव डाल रही हैं ताकि तेहरान पर उसके विवादित परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय मांगों को पूरा करने के लिए दबाव कायम रखा जाए।
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